मुख्यपृष्ठसमाचारब्लैकलिस्टेड कंपनी को एंबुलेंस का ठेका!

ब्लैकलिस्टेड कंपनी को एंबुलेंस का ठेका!

-मुख्यमंत्री के दो खास लोगों ने की डील

सामना संवाददाता / मुंबई

जिस कंपनी को देशभर के सात राज्यों ने ब्लैकलिस्टेड कर दिया था, घाती सरकार ने उसी भारत विकास ग्रुप (बीवीजी) कंपनी को हजारों करोड़ का एंबुलेंस ठेका दे दिया है और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दो खास लोगों ने यह डील की है, ऐसा आरोप कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने घातियों पर लगाया है।
नाना पटोले ने कल तिलक भवन में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने भाजपा और घाती सरकार के काले कारनामों पर निशाना साधा। बीवीजी कंपनी की एंबुलेंस पुरानी और अप्रचलित हैं। यह कंपनी ब्लैकलिस्टेड है, उसे कोई काम न देने के आदेश हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री शिंदे के पसंदीदा दो लोगों ने कंपनी के साथ सौदा किया और उसे सरकार से अनुबंध दिला दिया है। बीवीजी कंपनी के मालिक पर इतनी मेहरबानी क्यों? क्या कंपनी का मालिक सरकार का दामाद है? ऐसा सवाल भी पटोले ने किया।
कोरोना के दौरान बीवीजी कंपनी को एक्सटेंशन दिया गया था। इसके बाद नया टेंडर जारी कर दूसरी कंपनी को ठेका दिया जाना था, लेकिन उसी कंपनी को दोबारा ठेका दे दिया गया। पटोले ने पूछा कि क्या इस कंपनी का मालिक सरकार का दामाद है, जो बीवीजी कंपनी पर इतनी मेहरबानी की जा रही है?
पुणे में मिले ४ हजार करोड़ के ड्रग्स का गुजरात कनेक्शन है?
नाना पटोले ने यह भी पूछा कि क्या पुणे में तीन दिन में ४,००० करोड़ रुपए की ड्रग्स मिली। क्या इन दवाओं का गुजरात कनेक्शन है? ऐसा सीधा सवाल नाना पटोले ने पूछा है। उन्होंने आगे कहा कि गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से हजारों टन ड्रग्स का कारोबार हो रहा है और मुंद्रा पोर्ट के मालिक और भाजपा के ‘आका’ के बीच का संबंध जगजाहिर है, इसलिए क्या पुणे में ड्रग्स का गुजरात कनेक्शन है, ऐसा सवाल पटोले ने पूछा है।
उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार पर भी आरोप लगाया। पटोले ने कहा कि घाती सरकार युवाओं को धर्म की अफीम और नशे का जहर देकर बर्बाद करने का काम कर रही है। इससे पहले नासिक, छत्रपति संभाजीनगर, अमरावती, सोलापुर में भी ड्रग्स के बड़े भंडार पाए गए थे, लेकिन पुलिस ने छोटी-मोटी कार्रवाई कर के ड्रग्स माफिया को बढ़ावा दिया है, ऐसी आलोचना पटोले ने की।

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