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छह राज्यों में फैला कोरोना वायरस, फिर लगवानी पड़ेगी वैक्सीन?

सामना संवाददाता / मुंबई

महाराष्ट्र में १० हुई संक्रमितों की संख्या विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा नहीं है ज्यादा खतरा

कोरोना मरीजों की संख्या अब एक बार फिर तेजी से बढ़ती नजर आ रही है। साथ ही कोरोना वायरस का सब वैरिएंट जेएन.१ भी तेजी से पैâल रहा है। इस वायरस से संक्रमित पहला मरीज केरल में मिला था। अब यह वायरस लगभग छह राज्यों में प्रवेश कर चुका है। इसमें महाराष्ट्र भी शामिल है। महाराष्ट्र में जेएन.१ के अब तक कुल १० मरीज मिल चुके हैं, जिसमें सर्वाधिक पांच मरीज ठाणे में पाए गए हैं। तो ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या फिर से कोरोना वायरस का टीका लगवाना पड़ेगा? हालांकि, इस बारे में स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह वैरिएंट सेहत के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बयान दिया है कि वर्तमान में उपलब्ध टीके वायरस का प्रतिरोध कर रहे हैं और रोगियों को स्वास्थ्य जोखिमों से बचा रहे हैं। इससे पहले जेएन.१ वायरस के मूल स्ट्रेन बीए.२.८६ को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत किया गया था। देश में फिलहाल ३,७४२ एक्टिव कोरोना मरीज हैं। कल तक देश के छह राज्यों में जेएन.१ के ६३ मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से ३४ गोवा में, ९ महाराष्ट्र में, ८ कर्नाटक में, ६ केरल में, ४ तमिलनाडु में और २ तेलंगाना में पाए गए हैं।

हिंदुस्थान को है कितना खतरा

पिछले कुछ दिनों से दुनिया में पिरोला और जेएन-१ सब वैरिएंट के कारण कोरोना रोगियों की संख्या में निश्चित रूप से वृद्धि हुई है। अमेरिका, सिंगापुर, चीन और कुछ यूरोपीय देशों में इन दोनों सब वैरिएटों के कारण कई मरीज कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। हिंदुस्थान में इस वायरस का पहला मामला ८ दिसंबर को केरल राज्य में सामने आया था। केंद्र सरकार ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसके बाद अब तक केरल, कर्नाटक राज्यों से स्वास्थ्य संबंधी सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है। अन्य राज्य भी अपने स्तर पर कदम उठा रहे हैं।

इस तरह करें अपनी सुरक्षा

विशेषज्ञों के मुताबिक सार्स-कोविड-२ के नए रूप भविष्य में भी सामने आते रहेंगे। हालांकि श्वसन तंत्र पर हमला करनेवाले वायरस से बचाव का तरीका वही रहेगा। चिकित्सकों का कहना है कि यदि किसी क्षेत्र में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पेâस मास्क पहनना चाहिए। खुली हवा वाली जगह पर रहने से कोरोना संक्रमण की संभावना कम हो जाती है। विशेषज्ञों ने कहा है कि हाथों को बार-बार धोना चाहिए।

कोरोना के मरीज भी बढ़े

फिलहाल देश में ३,७४२ सक्रिय कोरोना संक्रमित मरीज हैं। इनमें से सबसे ज्यादा मरीज केरल में हैं। केरल में पिछले २४ घंटे में १२८ नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। अकेले केरल में ३,००० एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीज हैं। कर्नाटक में २७१ सक्रिय कोरोना संक्रमित मरीज हैं। पिछले २४ घंटे में कर्नाटक में ९६ नए मरीज मिले हैं। इस सूची में महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है। पिछले २४ घंटे में राज्य में ३५ नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में फिलहाल १०३ कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।

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