मुख्यपृष्ठसमाचारभारतीय राजनीति का सबसे अविश्वसनीय चेहरा बने नीतिश कुमार

भारतीय राजनीति का सबसे अविश्वसनीय चेहरा बने नीतिश कुमार

योगेश कुमार सोनी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के इस्तीफे के साथ ही राज्य में ९ अगस्त २०२२ से चला आ रहा राजद के साथ महागठबंधन से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी के साथ सरकार बना ली। नीतिश की इस पलटी ने महागठबंधन के साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी धड़े वाले ‘इंडिया’ गठबंधन को भी बड़ा झटका दिया है। नीतिश कुमार ने एक बार फिर पलटी मार दी है। कभी बिहार में अपने सुशासन के लिए जाने जाने वाले नीतिश कुमार ने ‘सुशासन बाबू’ कहलाने से लेकर ‘पलटू कुमार’ यानी पाला बदलने वाले व्यक्ति के रूप में लंबा सफर तय किया है। इस दौरान सीएम नीतिश कुमार मुख्यमंत्री बनने के बाद चार बार पलटी मार चुके हैं जिससे उनकी गंभीरता खत्म होने लगी और बिहार की जनता ने उनको ‘पलटू कुमार’ का तमगा भी दे दिया। इस समय नीतिश कुमार की स्थिति बहुत दयनीय हो चुकी है। चूंकि उनके बहुत सारे पुराने वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें वे बीजेपी को पानी पी-पी कर कोस रहे हैं, अब उस वीडियो से जनता खूब मजे ले रही है। नीतिश कुमार ने पहली बार १९९४ में जनता दल से अलग होकर समता पार्टी बनाई थी। उस समय जार्ज फर्नांडीज नीतीश कुमार के साथ थे। ९० के दशक में ही नीतिश कुमार पहली बार बीजेपी के साथ आए थे। नीतिश कुमार ने २००५ में पहली बार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी। लगभग ८ साल के बाद नीतिश कुमार ने पहली बार २०१३ में पाला बदला था। उस समय उन्होंने बीजेपी के साथ जेडीयू के १७ साल लंबे राजनीतिक गठबंधन को खत्म करने का पैâसला किया था। स्थिति यह भी उस समय सबसे ज्यादा नीतिश कुमार ने ही पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी का विरोध किया था। इसके अलावा तीन बार बड़ी पलटी मारी और इस बार जनता में उनके प्रति आक्रोश भी नजर आ रहा है। इस शैली से स्पष्ट हो जाता है कि वह निश्चित तौर पर बेपेंदी के लोटे के रुप में राजनीति करते हैं। इसके अलावा वह देश के एकमात्र ऐसे नेता बन गए, जिसने सबसे ज्यादा बार पलटी मारी है। लेकिन इस बार अति के पार जाकर उन्होंने काम कर दिया, जिससे उनकी कार्यशैली पर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। नीतिश कुमार को देखकर स्पष्ट हो जाता है कि अब राजनीति में गुणवत्ता, कमिटमेंट व भरोसे की कोई जगह नही बची। जो आज यह नीतिश कुमार कर रहे हैं उससे आम जनता को छोड़िए जो लोग उनसे हमेशा जुड़े रहते हैं वो भी अब सहमें हुए हैं। उनके करीबियों ने दबी आवाज में कहना शुरू कर दिया है कि साहब से डर सा लगने लगा है। हालात बदलते देखे हैं, परिस्थितियां बदलती देखी हैं, मौसम तो हर तीन महीने में बदलता है, लेकिन ये दुनिया के ऐसे पहले नेता हैं, जो इनसे भी जल्दी बदल रहा है। आज नीतिश कुमार भारतीय राजनीति का सबसे दुर्लभ व अविश्वसनीय चेहरा बन चुके।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक मामलों के जानकार हैं।)

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