आरपीएफ जवानों के पास एके-४७ हथियार हटाने का कोई आदेश नहीं -मध्य रेलवे महाप्रबंधक
डीएससी ऋषि शुक्ला ने कही थी ऑटोमैटिक राइफल को पिस्तौल से बदलने की बात
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई-जयपुर एक्सप्रेस में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने वाले रेलवे पुलिस बल के जवानों से ऑटोमैटिक एके-४७ हथियार वापस लेने की बात चल रही थी। हालांकि, आरपीएफ जवानों से ऑटोमैटिक एके-४७ हथियार वापस लेने की कोई योजना नहीं है। साथ ही सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक नरेश लालवानी ने ‘दोपहर का सामना’ को बताया है कि इस संबंध में रेलवे बोर्ड से कोई आदेश नहीं मिला है।
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस फायरिंग की घटना के बाद आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने सवाल उठाए थे, क्योंकि रेलवे सुरक्षा बल के जवान रेलवे गश्त के लिए एके-४७ हथियार लेकर जा रहे थे। इसी तर्ज पर मीडिया में चर्चा चल रही थी कि सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल ने आदेश जारी किया है कि रेलवे गश्त के लिए आरपीएफ के जवान एके-४७ का इस्तेमाल नहीं करेंगे और इसकी जगह पिस्तौल का इस्तेमाल करेंगे। हालांकि, रेलवे बोर्ड की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं आया। इसके अलावा सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक नरेश लालवानी ने जानकारी दी है कि रेलवे महाप्रबंधक की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। गौरतलब है कि २००८ में सीएसएमटी पर २६/११ के आतंकी हमले के बाद आरपीएफ कर्मियों को स्वचालित एके-४७ राइफलें उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया था। रेलवे आतंकियों के निशाने पर हो सकता है इसलिए उस समय रेलवे सुरक्षा बल को एके ४७ राइफल देने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया था। रेलवे सुरक्षा बल के एक पूर्व अधिकारी के अनुसार, आरपीएफ के शस्त्रागार को २०११ में मजबूत किया गया और पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे के मुंबई डिविजन को पहली बार २०११ में ये हथियार मिले।
खतरे में पड़ सकती है यात्रियों की सुरक्षा
जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में ऑन-ड्यूटी के दौरान आरपीएफ जवान चेतन सिंह ने अपने सीनियर और तीन अन्य यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस हालिया घटना ने ऑटोमैटिक एके-४७ राइफलों के इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, एक अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि इस मामले में केवल स्वचालित एके-४७ राइफल देना अनुचित है। मामले की जांच पड़ताल चल रही है। ऐसा निर्णय लेना गलत है। ऐसी स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।