• एमपी में धर्मपरिवर्तन का चल रहा खुला खेल
सामना संवाददाता / इंदौर
एमपी में इंदौर के पास खुड़ैल इलाके में एक महीने में दूसरी बार धर्मांतरण का मामला सामने आया है। २३ मार्च को यहां कम्पेल चौकी इलाके में २४ से अधिक लोगों को एक घर में इकट्ठा कर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया गया। और कहा गया कि ‘हिंदू धर्म नीच है। हिंदू धर्म का विकास नहीं हो पाएगा। यहां कभी सुखी नहीं रह पाओगे। प्रभु यीशु ने यह संदेश दिया है। उनकी शरण में आने से सब ठीक होगा। प्रभु यीशु ही सत्य है। उनकी शरण में आ जाओ। नहीं तो तड़प-तड़प कर मरोगे। कुछ समय बाद बहुत बीमारियां आने वाली हैं। प्रभु यीशु ने सभी के लिए स्वर्ग की सीढ़ी भेजी है। ईसाई मिशनरी में सबका स्वागत है। ये एक सभा में कही गई बातें हैं। सभा में कुछ लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए इकट्ठा किया गया था। धर्मांतरण कराने वाले ने पैसों का लालच भी दिया। हिंदू धर्म के देवी देवताओं के लिए भी अपशब्द कहे। शिकायत और एफआईआर के बाद आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
पूजा-पाठ से रोग ठीक करता था
रोहित ने पुलिस को बताया कि आरोपी राहुल कई दिनों से इलाके में आ रहा था। वो ग्रामीणों से कहता था कि उसे ऐसा पूजा-पाठ आता है, जिससे वह रोग ठीक कर सकता है। रुपए दिलवा सकता है। खुशी ला सकता है। इसके बाद उसने लोगों को दशहरा मैदान निवासी संदीप के घर इकट्ठा किया। इसमें प्लानिंग के तहत रोहित भी पहुंच गया था।
एक लाख और मुफ्त शिक्षा का लालच
राहुल ने ग्रामीणों से कहा कि जो भी परिवार ईसाई धर्म अपना लेगा। उसके हर परिवार को एक लाख रुपए, मिशनरी स्कूल में प्रâी एजुकेशन और अस्पताल में मुफ्त उपचार मिलेगा। रोहित ने यहां रुकने से मना कर दिया तो आरोपी राहुल और उसके साथ के लोग विरोध करने लगे। रोहित ने इस दौरान अपने साथियों को मामले की जानकारी देकर बुलाया।