जनता ने जताई निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर आशंका
सामना संवाददाता / मुंबई
गत दिनों केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का एलान कर दिया। चुनाव की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इस बीच देखने में आ रहा है कि अपने आपको विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी कहनेवाली भाजपा जनता पार्टी ही आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रही है।
उल्लेखनीय है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ सभी राजनीतिक दल अपने-अपने होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर व झंडे स्वत: उतार देते हैं, लेकिन उत्तर मुंबई लोकसभा क्षेत्र में आज भी पश्चिमी द्रुतगति महामार्ग के किनारे भाजपा के झंडे, बैनर, पोस्टर व होर्डिंग्स लगे हैं जो चुनाव आयोग को चुनौती दे रहे हैं। ऐसे में लोग निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर आशंका व्यक्त कर रहे हैं। पश्चिमी द्रुतगति महामार्ग के किनारे लगे इन पोस्टरों, बैनरों, होर्डिंग्स में स्थानीय भाजपा पीयूष गोयल के बधाई वाले हैं। उत्तर मुंबई में गोरेगांव से लेकर दहिसर तक पटे पड़े बैनरों, होर्डिंग्स, पोस्टरों में मोदी, पीयूष गोयल के अलावा प्रवीण दरेकर के भी शुभकामनाओं वाले हैं। इसके अलावा अन्य दलों के भी पोस्टर, बैनर व होर्डिंग्स नजर आ रहे हैं। ये पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स सिर्फ उत्तर मुंबई तक ही सीमित नहीं हैं, मुंबई के अन्य हिस्सों में नजर आ रहे हैं। इनमें ज्यादातर भाजपा से संबंधित हैं जो चुनाव आयोग को मुंह चिढ़ा रहे हैं। इस तरह देखा जाए तो प्रचार समिति से भरे बैनर सीधे-सीधे आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। दूसरी ओर चुनाव आयोग मूक दर्शक बना हुआ है। ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं क्योंकि चुनाव की घोषणा के साथ ही राज्य आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के साथ चुनाव आयोग की टीम सक्रिय होती है, लेकिन इस मामले में चुनाव आयोग खामोश क्यों है?