सामना संवाददाता / मुंबई
नायर अस्पताल छेड़छाड़ मामले में आरोपी सहायक प्रोफेसर के खिलाफ दस और छात्राओं ने जांच समिति के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले की जांच मुंबई मनपा ने सावित्रीबाई फुले महिला संसाधन केंद्र को सौंपी है। केंद्र के मुताबिक, पीड़ित लड़की समेत अन्य छात्राओं को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बता दें कि आरोप सामने आने के बाद सहायक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह जांच सावित्रीबाई फुले महिला संसाधन केंद्र और कार्यस्थल यौन उत्पीड़न निवारण समिति के तहत शिकायत समिति द्वारा की गई थी। इस मौके पर मौजूद छात्राओं में से १० छात्राओं ने असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इसके पहले गठित जांच समिति ने सहायक प्रोफेसर डॉ. भेटे को दूसरे कॉलेज में स्थानांतरित करने की अनुशंसा की थी, लेकिन मुंबई मनपा ने डॉ. भेटे को सीधे निलंबित कर दिया। साथ ही इस मामले में सावित्रीबाई फुले महिला संसाधन केंद्र से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने को भी कहा। जांच के मुताबिक, छात्राओं से २५ सितंबर तक लिखित शिकायत मांगी गई थी। इसके बाद जिन छात्राओं की शिकायत मिली, उन्हें गवाही देने के लिए गुरुवार को सुनवाई के लिए बुलाया गया। सुनवाई के लिए छात्रों के अलावा तीन स्टाफ सदस्य भी मौजूद थे। सुनवाई के दौरान कई छात्राएं उच्च स्तरीय कमेटी के समक्ष शिकायत करने पहुंची थीं। एसोसिएशन ऑफ स्टेट मेडिकल इंटर्न्स (एएसएमआई) ने कहा कि हमने असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ-साथ प्रिंसिपल के खिलाफ भी सबूत दिए हैं। हमारी मांग है कि समिति इन सबूतों के आधार पर उचित कार्रवाई करे। एएसएमआई ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गर्इं तो वे महाराष्ट्र में राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।