सामना संवााददाता / अनूपपुर
भाजपा की केंद्र और राज्य की सरकार अपने को किसानों का हमदर्द बताती हैं,लेकिन वर्तमान में ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है। पंजाब-हरियाणा के किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं तो यहां अभी प्रशासन की लापरवाही की वजह से कुछ धान खरीदी केंद्र अभी तक शुरू ही नहीं किए गए हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में दो दिसंबर से धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए जिले भर में ३४ खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से २० खरीदी केंद्र समिति स्तर पर और १४ खरीदी केंद्र की जिम्मेदारी स्व सहायता समूहों को दी गई है। खरीदी को प्रारंभ हुए १२ दिन बीत जाने के बाद भी १० स्थानों पर धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं किया गया है। जिसके कारण खरीदी केंद्र में पंजीकृत किसान अपनी फसल बेचने के लिए प्रतिदिन पहुंच रहे हैं, लेकिन केंद्र प्रारंभ न होने के कारण उनकी फसल की खरीदी नहीं हो पा रही है, जिसके कारण धीरे-धीरे समय बीतता जा रहा है। अनूपपुर में वर्तमान समय में २४ केंद्र में धान की खरीदी की जा रही है, जिनमें धान खरीदी के लिए २१,९७५ किसानों ने अपना पंजीयन यहां कराया है। धान खरीदी के लिए कुल ३४ केंद्र निर्धारित किए गए हैं, जिनमें कुल २४ अभी प्रारंभ हैं। जहां २१खरीदी केंद्र समिति स्तर पर और तीन स्व सहायता समूह इनका संचालन कर रहे हैं, जिनमें अब तक ३,०५० किसानों से एक लाख ५२ हजार ४११ क्विंटल धान की खरीदी की गई है। वहीं जिले के १० स्थानों पर धान खरीदी केंद्र १२ दिन बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हुए हैं।