– २६ आतंकी हमलों में २१ जवान शहीद
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
एनडीए सरकार ने सोमवार को १०० दिन पूरे किए। जहां केंद्र की मोदी सरकार उपलब्धियों के बड़े-बड़े दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही हाल बयां कर रही है। एनडीए के सौ दिनों में उपलब्धियां कम और खामियां ही ज्यादा नजर आई हैं। बीते सौ दिनों में देश में हुए रेल हादसे हों या आतंकी घटनाएं। मानसून में पुल ढहने का मामला हो या महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों का, मोदी सरकार इन घटनाओं को रोकने में फेल साबित हुई है। उनके तीसरे कार्यकाल के १०० दिन पूरे होने पर कांग्रेस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, `ये १०० दिन इस देश की संस्थाओं पर बहुत ही भारी पड़े हैं। इन १०० दिनों में पता चल गया कि नरेंद्र मोदी के पास इस देश कि समस्याओं का कोई हल नहीं हैं।’ १०० दिन में ३८ बड़े रेल हादसे हुए और २१ मौतें हुई। बड़े-बड़े पुल गिर गए। देश की संसद में पानी टपक रहा था। जम्मू कश्मीर में २६ आतंकी हमले हुए हैं, २१ जवान शहीद हुए हैं, १५ नागरिकों की मौत हुई है।
यू-टर्न वाली सरकार
सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार को यू-टर्न सरकार कहते हुए कहा,`विपक्ष और लोगों ने इस सरकार को यू-टर्न लेने पर मजबूर किया। लेटरल एंट्री, वक्फ बोर्ड बिल, ब्रॉडकास्ट बिल, इंडेक्सेशन बेनिफिट, एनपीएस से यूपीएस सब पर यू-टर्न लेना पड़ा।