स्थानांतरण के फैसले पर शिवसेना ने सरकार पर साधा निशाना
सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे के आईटी हब के तौर पर प्रख्यात हिंजेवाडी से कई कंपनियों ने बाहर जाने का पैâसला किया है, इस तरह की खबर सामने आ रही है। बताया गया है कि पुणे में यातायात समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। इसीलिए हिंजेवाडी आईटी पार्क में मौजूद कंपनियों ने वहां से बाहर जाने का फैसला किया है। इस खबर के सामने आते ही शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा गया है कि यह राज्य में सत्ताधारियों की निष्क्रियता का परिणाम है। शिवसेना ने घाती सरकार पर निशाना साधा है। साथ ही कहा है कि महाराष्ट्र के युवाओं के भविष्य की पोटली बांधकर सरकार केवल सत्ता की मिठाई खाने में मग्न है।
उल्लेखनीय है कि हिंजेवाडी और इसके आसपास का क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में पुणे के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक के रूप में विकसित हुआ है। इस विकास के साथ-साथ हिंजेवाडीr आईटी पार्क में वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। इसीलिए ही इन्फोसिस, विप्रो, टाटा, महिंद्रा जैसी १५० छोटी-बड़ी कंपनियों के लाखों कर्मचारी हर दिन इस जाम में फंसते हैं।
बता दें कि हिंजेवाडीr आईटी पार्क की कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या करीब पांच लाख है। इस वजह से यहां हर दिन कम से कम एक लाख कारों का आवागन होता है। क्षेत्र में वाहनों की लगने वाली इतनी भीड़ के कारण ही लोगों को डेढ़ से दो घंटे तक ट्रैफिक जाम में फंसना पड़ता है। इससे लाखों रुपए का ईंधन बर्बाद हो जाता है। इन सब परेशानियों के कारण यहां की कंपनियों को प्रति घंटे २५ डॉलर यानी करीब दो हजार रुपए से ज्यादा का नुकसान हो रहा है। कंपनियों के इसी फैसले से अब शिवसेना ने सत्तारूढ़ असंवैधानिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की है।
असंवैधानिक घाती सरकार दिल्ली की जी हजूरी में व्यस्त
सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष ने तंज कसते हुए कहा है कि असंवैधानिक घाती सरकार दिल्ली की जी हजूरी में व्यस्त है। ऐसे में महाराष्ट्र के हिंजेवाडीr आईटी पार्क से करीब ३७ आईटी कंपनियां दूसरे राज्यों में स्थानांतरित हो गई हैं। शिवसेना की तरफ से कहा गया है कि एक के पीछे एक उद्योग महाराष्ट्र से बाहर जा रहे हैं, जबकि घाती सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यह सरकार की निष्क्रियता है।
उद्योग मंत्री के पास नहीं है कोई जवाब
इस बीच डर है कि आईटी कंपनियों के पलायन से राज्य में बेरोजगारी की समस्या औरगंभीर हो जाएगी। हिंजेवाडी ग्राम पंचायत ने भी इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की मांग की है। ऐसे में उद्योग मंत्री उदय सामंत के पास कोई जवाब न होने पर उन्होंने कहा है कि इसकी बाद में जानकारी देता हूं।