एक महीने में ५० चूहों को मारने का टारगेट
सामना संवाददाता / मुंबई
चूहों के चलते लेप्टो समेत कई तरह की बीमारियां पैâलती हैं। लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए और इन बीमारियों का सफाया करने के लिए कीटनाशक विभाग चूहों को मार रहा है। इसके लिए लोगों की भी मदद ली जा रही है। बताया गया है कि एक चूहा मारने पर संबंधित संस्थाओं को २३ रुपए का भुगतान किया जाएगा। हालांकि इसके साथ ही विभाग ने यह भी शर्त रखा है कि एक महीने में कम से कम ५० चूहों का खात्मा करने पर ही उन्हें रकम अदा की जाएगी।
ज्ञात हो कि मनपा के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के औचक दौरे के बाद से शहर भर के चार मेडिकल कॉलेजों, १८ उपनगरीय अस्पतालों और २९ प्रसूति गृहों में चूहा उन्मूलन अभियान चलाया जाने लगा। यह कदम वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में चूहों के दिखाई देने के बाद उठाया गया। यह अभियान न केवल अस्पतालों में बल्कि शहर के २४ वॉर्डों में चलाया जा रहा है।
मनपा का ४डी फॉर्मूला
वर्तमान में मनपा एक चूहे को मारने के लिए २३ रुपए का भुगतान करती है। लेकिन भुगतान केवल तभी किया जाता है, जब मासिक लक्ष्य यानी ५० कम से कम चूहों का खात्मा किया जाता है। मनपा ने इस अजीब काम के लिए रात में नाइट रैट किलर संस्थाओं को नियुक्त किया है। ये संस्थाएं बड़े चूहों को मार रहे हैं, जो आमतौर पर नालियों, नालों या अस्पताल परिसर के बाहर देखे जाते हैं। वहीं चूहों को दूर रखने के लिए कीटनाशक विभाग ने अस्पतालों के साथ-साथ घरों में भी ४डी फॉर्मूला अपनाने का निर्देश दिया है, ताकि इनका आसानी से खात्मा हो सके।