सामना संवाददाता / मुंबई
कृष्ण जन्माष्टमी के बाद मुंबई में बड़े उत्साह के साथ दही हंडी उत्सव मनाते समय २४५ गोविंदा घायल हो गए। इनमें से २१३ लोगों का इलाज कर उन्हें छुट्टी दे दी गई, जबकि ३२ लोगों का अभी भी मनपा के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। दूसरी तरफ बुधवार से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की शिव आरोग्य सेना घायल गोविंदाओं के लिए मदद का हाथ बढ़ाते हुए मनपा के विभिन्न अस्पतालों में जाकर घायलों के बारे में जानकारी ली। साथ ही शिव आरोग्य सेना के कार्यकर्ता घायल गोविंदाओं के इलाज के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं और सहायता प्रदान कराते दिखे।
दही हंडी उत्सव के दौरान घायल गोविंदाओं के लिए मनपा के केईएम, सायन, नायर और कूपर सहित १६ उपनगरीय अस्पतालों में प्रणाली तैनात की गई थी। इसमें २१३ घायलों का उपचार कर कल से छुट्टी दे दी गई। कल शिवसेना उपनेता, शिवसेना से संबद्ध संगठन समन्वयक भाऊ कोरगांवकर और शिवसेना शिव आरोग्य सेना के महाराष्ट्र प्रदेश समन्वयक जीतेंद्र सकपाल की उपस्थिति में शिव आरोग्य सेना के कार्याध्यक्ष डॉ. किशोर ठाणेकर के निर्देशानुसार शिव आरोग्य सेना के पदाधिकारियों ने केईएम अस्पताल में घायलों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। साथ ही मरीजों के परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने शिवसेना के माध्यम से हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। केईएम अस्पताल की डीन डॉ. संगीता रावत और सीनियर एमओ डॉ. प्रवीण बांगर से मुलाकात कर मरीजों के उपचार के संबंध में चर्चा की। इस अस्पताल में ५२ मरीजों को भर्ती कराया गया है। उनमें से चार को आपातकालीन ऑर्थो सर्जरी करानी होगी। तीन लोगों को सर्जरी की जरूरत है, जबकि अन्य सभी मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। ११ घायलों को घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में से एक को सर्जरी की आवश्यकता थी, जबकि अन्य रोगियों का इलाज किया गया।