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नई मुंबई में ५२४ खतरनाक इमारतें… कोपरखैरने में हुआ हादसा!.. एक सप्ताह में दो इमारतें गिरीं… प्रशासन के पास अवैध निर्माणकर्ताओं पर कार्रवाई का रिकॉर्ड नहीं

-आरटीआई से हुआ खुलासा

सामना संवाददाता / मुंबई

इसमें से अधिकतर इमारतों को अभी तक खाली नहीं कराया गया है। कोपरखैरने में कल हुआ हादसा बता रहा है कि इनमें रहनेवाले लोगों की जिंदगी खतरे में है

नई मुंबई मनपा क्षेत्र में ५२४ खतरनाक इमारतें हैं। मानसून की तेज बारिश में हादसों का खतरा काफी बढ़ गया है। इसके बावजूद इसमें से अधिकतर इमारतों को अभी तक खाली नहीं कराया गया है। कोपरखैरने में कल हुआ हादसा बता रहा है कि इनमें रहनेवाले लोगों की जिंदगी खतरे में है। गत एक सप्ताह में नई मुंबई में दो इमारतों के गिरने की घटनाओं ने इस खतरे की झलक दिखा दी है।
गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह में नई मुंबई मनपा क्षेत्र में दो इमारतें गिर चुकी हैं। इसके बावजूद नई मुंबई मनपा गंभीर नहीं है। इस बीच आरटीआई के माध्यम से मांगी गई एक जानकारी में खुलासा हुआ है कि नई मुंबई मनपा के पास शहर में हुए अवैध निर्माणकर्ताओं पर कार्रवाई का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। नई मुंबई के रहने वाले एक्टिविस्ट राजीव मोहन मिश्रा ने आरटीआई के माध्यम से नई मुंबई मनपा से एमआरटीपी (अवैध निर्माण) के अंतर्गत की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी थी।
सो रही है नई मुंबई मनपा!

पिछले सप्ताह बेलापुर में इमारत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी। उस इमारत को भी खतरनाक घोषित किया गया था।

नई मुंबई में कई इमारतों को खतरनाक घोषित किया गया है। इनमें रहनेवाले लोगों की जान खतरे में है, पर प्रशासन सुस्त पड़ा है। मानसून की तेज बारिश में इमारतें गिरने लगी हैं, पर नई मुंबई मनपा सो रही है। मनपा प्रशासन ने इन इमारतों को खाली कराने का कोई प्रयास नहीं किया है। हैरानी की बात है कि नई मुंबई मनपा के पास शहर में हुए अवैध निर्माण की भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
हाल ही में नई मुंबई के रहने वाले एक्टिविस्ट राजीव मोहन मिश्रा ने आरटीआई के माध्यम से इस बारे में जानकारी मांगी थी। इसमें उन्होंने अवैध निर्माणकर्ताओं के खिलाफ दाखिल एफआईआर और कोर्ट के माध्यम से हुई सुनवाई व पैâसले की जानकारी मांगी थी, लेकिन नई मुंबई मनपा की तरफ से चौंकाने वाली जानकारी दी गई। मनपा की तरफ से दिए गए जवाब में कहा गया है कि एमआरटीपी के अंतर्गत की गई कार्रवाई की जानकारी नई मुंबई मनपा विधि विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। इसको लेकर राजीव मोहन मिश्रा ने सवाल खड़े किए हैं। राजीव मोहन मिश्रा ने बताया कि अवैध निर्माण के खिलाफ हाई कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था, जिसके बाद नई मुंबई सहित राज्य भर में एमआरटीपी के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज किए गए। इसके साथ ही कई इमारतों पर बुलडोजर भी चलाए गए। इसके बावजूद इसकी जानकारी रिकॉर्ड में नहीं है। ऐसे में संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि नई मुंबई मनपा जरूर कुछ न कुछ जानकारी छिपाने की कोशिश कर रही है।
गौरतलब है कि नई मुंबई मनपा की तरफ से ५२४ खरनाक इमारतों की सूची घोषित की गई है। इसके बावजूद अधिकतर लोगों ने इमारतों को खाली नहीं किया है। जिसका नतीजा है कि इमारतों के गिरने से लोगों की जान जा रही है। पिछले सप्ताह बेलापुर में इमारत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी। उस इमारत को भी खतरनाक घोषित किया गया था। इस के बाद एक सप्ताह के भीतर ही शनिवार रात को कोपरखैरने में एक इमारत का छज्जा गिर गया। यह इमारत भी खतरनाक इमारतों में शामिल है।

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