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हाथरस दुर्घटना मामले में 6 गिरफ्तार…मुख्य आयोजकों पर एक लाख रुपए का इनाम

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने गुरुवार को आयोजन समिति से जुड़े छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। घटना के मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई है। घटना पर अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने कहा कि जोन स्तर पर सभी जिलों में एसओजी की टीमों को आरोपियों के चिह्नीकरण व गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है, साथ ही मौके से मिले साक्ष्यों को विवेचना का हिस्सा बनाया जा रहा है। राम लडैते यादव, उपेन्द्र सिंह यादव, मेघसिंह, मंजू यादव, मुकेश कुमार, मंजू देवी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों ने बताया है कि बाबा के चरणरज लेने से काफी कष्ट दूर हो जाते हैं। गिरफ्तार लोगों ने बताया कि सेवादार के रूप में कार्य करते हैं, समिति के अध्यक्ष व सदस्य हैं। विवेचना में अगर बाबा का नाम आता है तो उस बिंदु पर कार्रवाई होगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर बाबा से पूछताछ की जाएगी।
आईजी ने बताया कि मृतकों की संख्या 121 है। सभी शवों की पहचान हो गई है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हो गई है। भारतीय न्याय संहिता की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी मधुकर पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। जल्द ही उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा। आईजी ने कहा कि हम इस बात की भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के चलते हुई है। आईजी ने कहा कि आयोजकों ने पहले भीड़ को रोक लिया था, फिर एकदम लोगों को छोड़ने से यह हादसा हुआ। महिलाएं और बच्चे एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। चरणरज के लिए भीड़ बाबा की गाड़ी के पास थी। आईजी का कहना है कि हम ‘भोले बाबा’ के आपराधिक इतिहास की जानकारी ले रहे हैं। उनके नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी। माथुर ने बताया कि 2 जुलाई को हाथरस के सिकंद्राराराऊ के ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी की दुखद घटना सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में घटित हुई। यहां पर भगदड़ मचने से आज तक की तारीख में 121 मौतें हुईं, जिनमें 112 महिला, 2 पुरुष, 6 बच्चे, 1 बच्ची हैं। जनपद अनुसार मौतें इस प्रकार हैं-
हाथरस- 19, बदायूं- 6, ललितपुर- 1, कासगंज-10, अलीगढ़- 17, शाहजहांपुर- 5, आगरा- 18, फिरोजाबाद- 1, गौतमबुद्ध नगर- 1, एटा- 10, मथुरा- 11, औरेया-2,
बुलंदशहर-5, पीलीभीत- 2, संभल- 2, लखीमपुर-1, उन्नाव-1, गाजियाबाद-1, ग्वालियर-1, मुरैना- 1, पलवल-1, फरीदाबाद-1, डींग-1
घटना के संबंध में पीएमओ ने 2 लाख और यूपी सरकार ने 2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सेवानिवृत आईएएस हेमंत राव और सेवानिवृत आईपीएस भवेश कुमार सिंह सदस्यों की समिति गठित की गई है। थाना सिकंदराराऊ में हादसे वाली तारीख 2 जुलाई को भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223, 238 में मुकदमा पंजीकृत किया गया। विवेचना प्रारंभ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जोन स्तर पर एसओजी का गठन किया गया है।
गिरफ्तार लोग आयोजन समिति के सदस्य हैं और सेवादार के रूप में कार्य करते हैं। आयोजक व पकड़े लोगों द्वारा सत्संग कमेटी में भीड़ व चंदा इकट्ठा कर सहयोग देते हैं। कार्यक्रम आयोजन के लिए विभिन्न प्रकार की वर्दी दी गयी। बाबा के अनुयायियों में मान्यता है कि बाबा के चरणरज से बहुत सारे संकट दूर हो जाते हैं। बाबा की चरणरज लेने के लिए भीड़ गाड़ी के पास आई, तो सेवादारों ने उन्हें रोका और काफिला निकल जाने के बाद भीड़ को अनियंत्रित छोड़ दिया, जिससे महिलाएं और बच्चे एक-दूसरे पर गिरने लगे। यह देखकर सभी वहां से जल्दी निकल लिए। विवेचना में आया कि यह लोग पुलिस-प्रशासन को आयोजन की फोटो, वीडियो बनाने से रोकते थे और उनके साथ अभद्रता करते थे। मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख का इनाम घोषित किया गया है।

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