सौरमंडल में अनेक खगोलीय घटनाएं होती हैं। उल्कापिंडों का टूटना, बरसात के दिनों में इंद्रधनुष का दिखाई देना, ऐसी तमाम घटनाएं होती हैं, जो बहुत ही रोचक लगती हैं। अब फिर आसमान में ग्रहों का एक अद्भुत नजारा दिखने वाला है। सूरज की किरणें धरती पर पड़ रही होंगी, साथ ही आसमान में छह ग्रह एक लाइन में सजे होंगे। ये अद्भुत नजारा अगले महीने ३ जून को देखा जा सकेगा। दरअसल, आकाश में ६ ग्रह बुध, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण और वरुण एक साथ एक लाइन में दिखाई देंगे। ऐसी घटना को ग्रहों का संरेखण कहते हैं।
लंदन यूनिवर्सिटी कॉलेज के भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग के लेक्चरर केट पैटल के अनुसार, ग्रहों का संरेखण एक खगोलीय घटना है। ये तब होती है, जब सौरमंडल के कई ग्रहों की कक्षाएं उन्हें लगभग एक ही समय में सूर्य के एक ही तरफ ला देती हैं। इसका मतलब है कि जब हम पृथ्वी से उन्हें देखते हैं तो वे आकाश में एक रेखा में दिखाई देते हैं। ग्रहों को सोमवार, ३ जून २०२४ को सुबह के शुरुआती घंटों में आकाश में एक रेखा में देखा जा सकता है।
अरुण, वरुण और बुध को देखना मुश्किल
ग्रहों का संरेखण ३ जून को सूर्योदय से लगभग एक घंटे पहले सबसे अधिक दिखाई देगा, लेकिन यह इसके दोनों ओर कुछ दिनों तक भी दिखाई देगा। ग्रह आकाश के पूर्व में दिखाई देंगे। आपको जितना हो सके, उतना प्रकाश प्रदूषण वाले क्षेत्र से दूर रहना होगा और क्षितिज में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि बृहस्पति, बुध और अरुण आकाश में नीचे होंगे। यदि सभी छह ग्रहों को देखना हो तो एक अच्छी बाइनाकुलर की भी आवश्यकता होगी, क्योंकि अरुण और वरुण को नग्न आंखों से देखना मुश्किल होता है। बुध को देखना भी मुश्किल हो सकता है, क्योंकि यह काफी मंद है और सुबह होने से कुछ समय पहले ही उगता है। ग्रहों को आकाश में देखना मुश्किल हो सकता है इसलिए कोशिश करें कि आपके पास एक अच्छी बाइनाकुलर हो, साथ ही अच्छा मौसम भी हो।
बृहस्पति को देखना आसान होगा
बृहस्पति को देखना सबसे आसान होगा, क्योंकि यह चंद्रमा के बाद आकाश की दूसरी सबसे चमकदार वस्तु है। ग्रह तारों की तरह नहीं झिलमिलाते हैं, जो उनकी पहचान करने में मदद कर सकता है। सबसे अच्छा ये है कि नागरिक रात के आकाश का एक ऐप डाउनलोड करें-मुफ्त विकल्पों में स्काई मैप, स्टार चार्ट या स्काई टुनाइट शामिल हैं, जो लोगों को आकाश की ओर इशारा कर सकते हैं और बता सकते हैं कि क्या देख रहे हैं।