राधेश्याम सिंह
वसई। बदलापुर के आदर्श विद्यामंदिर स्कूल में दो मासूम बच्चियों के साथ हुए दुष्कर्म मामले में लोगों का गुस्सा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि वसई-विरार शहर के नायगांव के एक स्कूल में पढ़ने वाली 7 वर्ष की मासूम के साथ भी विनयभंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है। नायगांव स्थित स्कूल की कैंटीन में काम करने वाले 16 वर्षीय लड़के ने दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली 7 वर्षीय मासूम के साथ छेड़छाड़ किया है। इस मामले लड़की ने अपने घरवाले को बताया घरवालों ने स्कूल में जाकर प्रिंसिपल को बताया तो स्कूल प्रशासन की शिकायत पर नायगांव पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पोस्को एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेस किया, जहां अदालत ने नाबालिग युवक को रिमांडहोम में रखने का आदेश दिया है।
पीड़ित बच्ची दूसरी कक्षा में पढ़ती है। 22 अगस्त को वह स्कूल कैंटीन में जाने को तैयार नहीं थी और इसके बाद बच्ची ने अपनी शिक्षक को बताया कि कैंटीन के अंकल उसे परेशान करते हैं। जिसके बाद शिक्षक ने पूरी घटना की जानकारी स्कूल के प्रिंसिपल को बताई। इसके बाद प्रिंसिपल ने तुरंत बच्ची से पूछताछ की तब पीड़ित बच्ची ने प्रिंसिपल को बताया कि पिछले 15 दिनों से स्कूल परिसर में कैंटीन में काम करने वाला 16 वर्षीय लड़का पीड़ित बच्ची के साथ छेड़छाड़ कर रहा था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उससे पहले भी पीड़ित बच्ची ने अपने घर वालों को इस पूरे मामले की जानकारी दी थी, घरवालों से इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी जानकारी स्कूल के प्रिंसिपल को दिया। जिसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल मेल्विन सिक्वेरा तुरंत इसकी जानकारी नायगांव पुलिस को दी। वहीं मामले में नायगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश भामे ने बताया कि जैसे ही हमे इस मामले के जानकारी मिली, तुरंत नाबालिग आरोपी के खिलाफ पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर शुक्रवार के दिन उसे कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने आरोपी युवक को रिमांडहोम में रखने का आदेश दिया है।
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल मेल्विन सिक्वेरा ने बताया कि हमारे स्कूल में बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है। इस स्कूल में 65 से 70 सीसीटीवी कैमरे हैं। जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसलिए हमने खुद ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।