सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा के कब्जेवाली मनपाओं में से एक नासिक सबसे अहम मनपा है। इस मनपा में जब से भाजपा की सत्ता आई है, तब से यहां हुई लूट की किसी ने खबर नहीं ली है। इसके कारण यहां लूट-खसोट चल ही रही है। नासिक के विकास को लेकर शहर को दत्तक लेने की घोषणा देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री रहते हुए साल २०१७ में की थी। हालांकि पांच सालों में शहर के विकास की बजाय यहां की जनता के पैसों को लूटा गया है। इससे संबंधित एक मामले का मैं पर्दाफाश कर रहा हूं। वर्ष २०२० से २०२२ के बीच विकास के नाम पर जमीन की जरूरतों के अहसास को पैदा किया गया। सत्ताधारी भाजपा की मांग के अनुसार, राज्य सरकार के नगर विकास विभाग की ओर से १७५ करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण विभाग को दिया। उस समय नगरविकास विभाग एकनाथ शिंदे के पास था। १७५ करोड़ रुपए की मंजूरी होने के बावजूद उन्होंने अपने ठेकेदार मित्र को लाभ पहुंचाने के लिए जरूरत न होते हुए भी करीब ८०० करोड़ रुपए का भूमि अधिग्रहण किया। ये ८०० करोड़ रुपए कुछ निश्चित बिल्डरों के गले में डाल दिए गए। उनमें से कुछ बिल्डर कल मुख्यमंत्री के मंच पर भी दिखाई दिए। इस तरह के घोटाले की पोल खोलते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि हमने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। वे इस समय एक वॉशिंग मशीन लेकर घूम रहे हैं। अभी इस वॉशिंग मशीन में कुछ और लोगों को डालना है। उन्होंने तोप दागते हुए यह भी कहा कि भाजपा और घाती जनता के पैसों को लूट रहे हैं।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने मंगलवार को पत्रकार परिषद में नासिक भूमि अधिग्रहण घोटाले का सबूतों के साथ पर्दाफाश किया। उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि देश और राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद इस मामले के लाभार्थियों को जेल भेजा जाएगा। संजय राऊत ने कहा कि मुंबई मनपा को जिन्होंने लूटा, जिनके पास मनपा के तिजोरी की चाबियां थीं, उन यशवंत जाधव, रवींद्र वायकर से पहले सदा सरवणकर ने मनपा को लूटा। वे सभी आज शिंदे गुट के साथ हैं। इसी वजह से यशवंत जाधव पर ईडी, इनकम टैक्स ने छापा मारा था। रवींद्र वायकर पर भी कार्रवाई हुई, इसलिए वे डरकर शिंदे गुट में शामिल हो गए। ये सभी मुंबई मनपा के लाभार्थी थे।
किसान न होते हुए भी बिल्डरों ने खरीदी जमीन
संजय राऊत ने कहा कि कुछ बिल्डरों ने किसान न होते हुए भी उन जमीनों को खरीद लिया। इसके बाद एक महीने के अंदर उस जमीन की कीमत पांच गुना बढ़ाकर मनपा को बेचकर करोड़ों रुपए कमाए। ऐसे कुल २७ मामले हैं। यहां तक कि जिन जमीनों पर ऐसे दावे लंबित हैं, वे बिल्डरों को करोड़ों रुपए देकर खरीदी गई हैं। एमआईडीसी में सड़कों के लिए अधिग्रहीत जमीन के लिए मनपा की ओर से २५ करोड़ रुपए गिने गए हैं। ठक्कर बिल्डर इसका सबसे बड़ा लाभार्थी है। भले ही ठक्कर के पास ज्यादा जमीनें नहीं हैं, लेकिन उन्होंने उन्हें मनपा को बेच दिया। इस भूमि अधिग्रहण घोटाले से ठक्कर ने ३०० करोड़ रुपए कमाए हैं, वहीं ठक्कर कल मंच पर मुख्यमंत्री के साथ उनकी गोद में बैठे थे।
ये है ८०० करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग
संजय राऊत ने कहा कि हम इनमें से एक मामला मुख्यमंत्री और फडणवीस को भेजेंगे। कई जगहों पर स्टांप ड्यूटी न चुकाने से सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है। एक मामले में ४७ लाख की स्टांप ड्यूटी डूब गई। चार महीने बाद यह जगह नासिक मनपा को २१ करोड़ में बेच दी गई। इन सभी मामलों के बारे में मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस, ईडी के अधिकारियों को सविस्तार जानकारी दी है। इन ट्रांजेक्शन से ठक्कर बिल्डर को ३५५ करोड़, मनवानी बिल्डर को ५३ करोड़ रुपए, शाह को ८ करोड़ रुपए और अन्य बिल्डरों को २०० करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। मनपा अधिकारियों और लिपिकों को १२ करोड़ का फायदा हुआ है। यह भूमि अधिग्रहण निजी बातचीत के जरिए किया गया है। ये ८०० करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग है। यह आपराधिक स्वरूप का पैसा है।
इसलिए नहीं करेंगे जांच
संजय राऊत ने कहा कि इस ८०० करोड़ के गबन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नगरविकास विभाग के अधिकारी, ठेकेदार, बिल्डर मित्र लाभार्थी है, इसलिए वे इस मामले की जांच नहीं करेंगे। बहरहाल, भ्रष्टाचार मिटाने की घोषणा करनेवाले प्रधानमंत्री मोदी और देवेंद्र फडणवीस को तुरंत इस घोटाले की जांच करानी चाहिए। संजय राऊत ने यह भी मांग की कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए और मामला ईडी को सौंप दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस गबन को लेकर मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
मोदी दोबारा नहीं बनेंगे पीएम
संजय राऊत ने कहा कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। भाजपा एकजुट है या नहीं,यह ४ जून के बाद पता चलेगा। इसके साथ ही भाजपा के ४०० पार के दावे खोखले हैं। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि महाविकास आघाड़ी को महाराष्ट्र में ३५ सीटें मिलेंगी। शिंदे और अजीत पवार गुट चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाएगा। उन्होंने कहा कि घाती और अजीत पवार बुलबुले है इसलिए भाजपा को राज्य में ४५ से ज्यादा सीटें और देश में ४०० से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। संजय राऊत ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन को ३०० सीटें मिलेंगी।
काला पड़ा है मोदी का चेहरा
मोदी-शाह ने ठान लिया तो किसी को भी जेल में डाल सकते हैं। सत्ता हमेशा के लिए नहीं रहती है। आप जो बोओगे वही पैदा होगा। मौजूदा तस्वीर को देखें तो मोदी का चेहरा काला पड़ा हुआ है और शाह की दाढ़ी जली हुई है। मोदी-शाह झूठे हैं। उन्होंने देश को यही पाठ पढ़ाया। राऊत ने कहा कि उन्होंने जो बोया वह अब उगेगा। अगर भाजपा ने अपनी बात रखी होती, तो एकनाथ शिंदे २०१९ में ही मुख्यमंत्री होते। २०१९ में भाजपा ने अपना वादा नहीं निभाया। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात के कारोबारियों ने महाराष्ट्र का खेल बिगाड़ा है।
होर्डिंग हादसे के लिए भाजपा-शिंदे गुट जिम्मेदार
मुलुंड का पोपटलाल और अन्य भाजपा नेताओं ने इस मामले में शिवसेना को बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अवैध होर्डिंग्स मुंबई में लगाना अभिशाप है। पिछले ढाई साल में मुंबई मनपा में कोई भी दल सत्ता में नहीं है। भाजपा और शिंदे गुट प्रशासन के माध्यम से शासन कर रहे हैं। संजय राऊत ने यह भी आरोप लगाया कि मुंबई में कल की त्रासदी के लिए भाजपा और शिंदे गुट जिम्मेदार हैं।