सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास मंडल (एमएसआरडीसी) की तीन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं विरार-अलीबाग बहुउद्देशीय कॉरिडोर, पुणे रिंग रोड और नांदेड़-जालना एक्सप्रेसवे के लिए वित्तीय निविदाएं गत दिनों खोली गईं थी। तीन परियोजनाओं के २६ चरणों के लिए १८ कंपनियों द्वारा कुल ८२ निविदाएं प्रस्तुत की गई हैं। अब इन टेंडरों की जांच कर उन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा। आचार संहिता खत्म होने के बाद यानी चार जून के बाद टेंडर फाइनल होने की संभावना है। इस बीच, विरार-अलीबाग बहुउद्देश्यीय मार्ग के लिए ३३ निविदाएं प्रस्तुत की गई हैं, जो मुंबई महानगरीय क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। मुंबई महानगरीय क्षेत्र में यातायात की भीड़ की समस्या को हल करने और विरार-अलीबाग की दूरी को कम करने के लिए, विरार-अलीबाग के बीच १२८ किमी लंबे बहुउद्देश्यीय परिवहन गलियारे का निर्माण किया जाएगा। समृद्धि राजमार्ग को जालना-नांदेड़ तक बढ़ाया जाएगा। इसके लिए एमएसआरडीसी ने १९० किलोमीटर लंबे जालना-नांदेड़ हाईवे का निर्माण करने का पैâसला किया है। वहीं, पुणे में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए पुणे रिंग रोड बनाने का पैâसला किया गया है। इस हिसाब से १३६ किमी सड़क बनेगी।
ये तीनों परियोजनाएं राज्य के विकास के लिए अहम मानी जा रही हैं। इन तीनों परियोजनाओं के लिए नीति के अनुसार आवश्यक ७० प्रतिशत भूमि अधिग्रहण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। लेकिन टेंडर फाइनल होने के बाद आगे की कार्रवाई पूरी की जाएगी। एमएसआरडीसी ने विश्वास जताया है कि कार्यादेश जारी होने तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
निविदा में नामी गिरामी कंपनियां भी शामिल
एमएसआरडीसी की ओर से जारी निविदा प्रक्रिया में २८ कंपनियों ने रूचि ली थी। जिसमें से १९ कंपनियों के टेंडर क्वालिफाइड हुए हैं। ‘एमएसआरडीसी’ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इन कंपनियों द्वारा २६ चरणों के लिए कुल ८२ निविदाएं प्रस्तुत की गई हैं। इसमें एलएंडटी, एप्को इंप्रâाटेक, एनसीसी, पटेल इंप्रâा, एफकॉन इंप्रâास्ट्रक्चर, पीएनसी इंप्रâास्ट्रक्चर, नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी जैसी नामी कंपनियां शामिल हैं।