सामना संवाददाता / नई दिल्ली
प्रश्नकाल में राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के नेताओं ने वॉकआउट किया। वे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ शेम-शेम का नारा लगाते हुए सदन से बाहर चले गए। विपक्ष द्वारा बजट को भेदभाव वाला बताने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बजट में सभी राज्यों का नाम लेने का मौका नहीं मिलता।
मानसून सत्र के तीसरे दिन हंगामे के बीच सदन में प्रश्न काल शुरू हुआ। इसके बाद बजट पर चर्चा शुरू हुई। इस बजट पर चर्चा के लिए २० घंटे का समय निर्धारित किया गया। बीते सोमवार को ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया था। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- यह अन्याय है। हम विरोध करेंगे। बजट से ९० प्रतिशत देश गायब है। खड़गे ने यह भी कहा कि यह बजट सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के लिए है।
बजट के खिलाफ विपक्ष का प्रदर्शन
लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान कल विपक्षी नेताओं ने बजट २०२४ में राज्यों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह (बजट) अन्यायपूर्ण है। हम इसका विरोध करेंगे। प्रदर्शन में नेता विपक्ष राहुल गांधी व सपाप्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
४ राज्यों के सीएम नीति आयोग की बैठक का करेंगे बहिष्कार
केंद्रीय बजट में गैर बीजेपी शासित राज्यों को नजरअंदाज किए जाने से नाराज इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का एलान किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहिष्कार करने वालों में कम-से-कम ४ राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं जिनमें कांग्रेस शासित राज्यों के ३ मुख्यमंत्री हैं। २७ जुलाई को नीति आयोग की बैठक होगी।