सलोन से लेकर लखनऊ तक करोड़ों की संपत्ति
योगेंद्र सिंह ठाकुर / मुंबई
रायबरेली के सलोन इलाके में सहज जन सेवा केंद्र (सीएससी) के संचालक जीशान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंधमारी कर करीब २० हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी किए हैं। अब इस मामले की परत-दर-परत खुल रही है। फिलहाल, इस मामले में जीशान खान और ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव सहित चार आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। पूरे मामले में ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव की भूमिका भी सामने आई। उसने अपने डिजिटल सिग्नेचर की आईडी और पासवर्ड जनसेवा केंद्र के संचालक जीशान खान को दे रखा था। वहीं से सारे फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी हुए। एक-एक प्रमाणपत्र के पांच-पांच हजार रुपए तक वसूल किए गए।
आरोपी ग्राम विकास अधिकारी के तैनाती वाले गांवों में फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों की संख्या २५ से ३० हजार तक हो सकती है। इसी कारण चार साल में उसकी तैनाती वाले सभी गांवों में जांच के आदेश दिए गए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, ४ साल पहले जीशान खान ने अपने गांव सलोन तहसील की गढ़ी इस्लामनगर से निकलकर सलोन शहर में जनसेवा केंद्र की शुरुआत की, लेकिन जीशान ने बेहद कम समय में ही बेशुमार दौलत कमा ली। जीशान खान देखते ही देखते करोड़ों का मालिक बन गया। स्थानीय लोगों की मानें तो उसने फर्जी पहचान पत्र बनाकर करोड़ों रुपए कमाए और कई बेशकीमती प्रॉपर्टी खरीदी।
मामला हाई-प्रोफाइल होने के कारण कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं हुआ। पहचान न उजागर करने की शर्त पर लोगों ने कई चौंकाने वाली जानकारियां दीं।
लोगों ने बताया कि शुरुआत में एक कमरे में दुकान चलाने वाले जीशान के पास इस समय सलोन शहर में ही ५ मकान हैं। ब्लॉक परिसर के बगल स्थित घर में उसकी दुकान है। एक स्कूल के पड़ोस में २ मकान, इलाहाबाद बैंक के पास १ मकान, लखनऊ में फ्लैट, सलोन-परशदेपुर रोड पर १ मकान है। रायबरेली में जीशान के पास २ कॉमर्शियल प्रॉपर्टी हैं, जिनकी कीमत भी करोड़ों में है।
जीशान और उसके पिता रियाज ने सलोन के साथ ही अपने पैतृक गांव में भी कई प्रॉपर्टी खरीदी है। इसमें खेती वाली जमीनें भी शामिल हैं, इनकी कीमत भी लाखों में बताई जा रही है।
सीबीआई जांच की मांग
सलोन में फर्जी प्रमाणपत्र मामले के तार आतंकियों से जुड़े होने की संभावना जताते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अजय अग्रवाल ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। अजय अग्रवाल ने कहा कि फर्जी प्रमाण पत्रों का मामला विभिन्न राज्यों में पैâला हुआ है। इसके मास्टरमाइंड जीशान खान और रियाज खान हैं। मामले की जांच एटीएस कर रही है, लेकिन इसके तार आतंकियों से जुड़े होने की आशंका है इसलिए इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए।