-लाखों महिलाएं कर रही हैं भागदौड़!
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लाडली बहन योजना शुरू करके एक नई शुरुआत की है, लेकिन इस योजना को लेकर नियोजन ठीक न होने के कारण महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई जैसे पश्चिमी उपनगरीय शहरों में आज भी लाखों बहनें हाथों में आधार कार्ड लेकर घूमती नजर आती हैं, यह सोचकर कि कब हमारा आधार कार्ड लिंक होगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की इस योजना से रसोई में फंसी गृहिणियों का खाता भी बैंक में खुल गया, लेकिन प्रशासन की खराब प्लानिंग के कारण योजना का पैसा जमा नहीं हो सका।
दूसरी ओर प्रशासन की योजना की कमी के कारण पश्चिमी उपनगरों में महिलाएं इस योजना का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड को लिंक करने के लिए दौड़ती नजर आ रही हैं। इस संबंध में पश्चिमी उपनगर कलेक्टर राजेंद्र क्षीरसागर भी मानते हैं कि आधार कार्ड केंद्र की समस्या विकट है। इस संदर्भ में प्रशासन से बातचीत चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में सरकार से दोबारा निर्देश मिलने के बाद आधार कार्ड लिंक का काम युद्धस्तर पर किया जाएगा। इस बारे में मालाड की वंदना ने कहा कि बैंक में आधार कार्ड लिंक नहीं था, इसलिए पोस्ट ऑफिस जाने के बाद उन्होंने दूसरे सेंटर की ओर इशारा किया। ऐसे में प्रशासन के लोग भी एक-दूसरे पर उंगली उठा रहे हैं, वहीं कांदिवली की शुभांगी राणे ने इस बात पर अफसोस जताया कि घंटों लाइन में खड़े रहने के बावजूद आधार लिंक नहीं हो सका। शालिनी नामकर महिला ने बताया कि आधार लिंक करने पर यह बता रहा है कि नए फार्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे।