सामना संवाददाता / लखनऊ
इन दिनों उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने कारनामों से अधिक अपनी `आशिकी’ को लेकर चर्चा में बनी हुई है। ये पुलिसकर्मी `इश्कजादे’ बनकर अपना सब कुछ लुटाने पर अमादा है। इन दिनों इनके रंगीन मिजाजी की कई कहानियां सुनने को मिल रही हैं, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं। खाकी की आशिकी के किस्सों में निचले स्तर के ही नहीं, बल्कि आईपीएस कैडर के अधिकारी भी शामिल हैं। उन्नाव के डिप्टी एसपी कृपाशंकर कनौजिया पर तो उनका इश्क ऐसा भारी पड़ा कि उनका डिमोशन होकर सिपाही बना दिया गया, तो वहीं एसपी अंकित मित्तल और आगरा के दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। इनकी प्रेम कहानियों की वजह से यूपी पुलिस इन दिनों चर्चाओं में बनी हुई है।
शुरुआत उन्नाव के डिप्टी एसपी कृपाशंकर कनौजिया से करते हैं, जिन्हें महिला सिपाही से आशिकी इतनी भारी पड़ी कि उनका डिमोशन हो गया। कनौजिया को डिप्टी एसपी से सिपाही बना दिया गया है। इस लिस्ट में ट्रेनिंग सेंटर चुनार के एसपी अंकित मित्तल का नाम भी शामिल है, जिनकी आशिक मिजाजी की वजह से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। डीजी की जांच में वो भी गर्लप्रâेंड के प्यार में पाए गए। उनकी पत्नी ने बदसलूकी और एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर का आरोप लगाया, जिसके बाद इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच में पता चला है कि एसपी अंकित मित्तल सरकारी टूर पर अपनी एक महिला मित्र को भी साथ लेकर गए थे।
खाकी की रंगीनमिजाजी के किस्सों में आगरा के थाना एत्माद्दौला के प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र ने तो सारी हदें ही पार कर दीं। थाने में तैनात ट्रेनी महिला दारोगा ने दुर्गेश मिश्र पर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। महिला दारोगा ने कमिश्नर को लिखे पत्र में बताया कि थाना प्रभारी की उस पर बुरी नजर है। वो जबरन उसे कमरे में बिठाए रखता है और उसने उसे जबरन किस करने की भी कोशिश की। विरोध करने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी। इसी तरह उन्नाव में सदर कोतवाली में तैनात आरक्षी योगेंद्र यादव और महिला सिपाही ममता की शादी भी सुर्खियों में है। पहले तो दोनों का इश्क परवान चढ़ा, दोनों साथ जीने-मरने की कसमें खाने लगे। लेकिन शादी की बात आई तो योगेंद्र ने दूरी बनाना शुरू कर दिया, जिसके बाद महिला सिपाही ने एसपी उन्नाव को चिट्ठी लिखकर योगेंद्र पर रेप का आरोप लगाया।