मुख्यपृष्ठनए समाचारअडानी समूह का चीन में निवेश! कांग्रेस की जेपीसी जांच की मांग  

अडानी समूह का चीन में निवेश! कांग्रेस की जेपीसी जांच की मांग  

  • क्यों डर रही है मोदी सरकार? पवन खेड़ा का सवाल

सामना संवाददाता / मुंबई

अडानी समूह में किसने २० हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है? इस निवेश में चीन का एक नागरिक शामिल है और वह चीनी नागरिक कौन है? कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह मुद्दा इसलिए उठाया क्योंकि देश की जनता को इसकी जानकारी होनी चाहिए। अडानी घोटाले में ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ करना ही है तो संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन कर पूरे मामले की जांच कराई जाए, ऐसी मांग कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई घोटाला नहीं हुआ है तो मोदी सरकार जेपीसी की जांच से क्यों डर रही है?
मोदी ने बांग्लादेश में बिजली आपूर्ति का ठेका अडानी को दिलाने के लिए भी वहां की सरकार पर दबाव बनाया। एलआईसी निवेशकों के ३३ करोड़ रुपए का निवेश भी अडानी की कंपनी में किया गया है। आम लोगों का यह पैसा अडानी घोटाले की वजह से खतरे में है। बड़ा सवाल यह है कि आम जनता के पैसे की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? यह ज्वलंत प्रश्न है, जिसका जवाब मोदी सरकार को देना चाहिए। सरकारी एजेंसियों का दबाव और छापा मारकर कई महत्वपूर्ण उद्योग अडानी को सुपुर्द कर दिए गए हैं। पवन खेड़ा ने कहा कि अडानी और मोदी के बीच क्या संबंध है? संसद में ऐसा सवाल उठाकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। लेकिन मोदी सरकार ने संसद की कार्यवाही से राहुल गांधी के भाषण का एक बड़ा हिस्सा हटा दिया। अडानी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सवाल को भी संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया। आखिर अडानी मामले पर पूछे गए सवाल से मोदी सरकार इतना क्यों डर रही है? राहुल गांधी ने ७ फरवरी को संसद में अडानी-मोदी के रिश्ते का मुद्दा उठाया और उसके ९ दिन बाद सूरत की अदालत में लंबित एक पुराने मामले में बुलेट ट्रेन की गति से भी तेज कार्रवाई करते हुए उसे खोल दिया गया। २३ मार्च को राहुल गांधी को २ साल की सजा हुई और २४ घंटे के अंदर उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। मोदी सरकार यहीं नहीं रुकी बल्कि राहुल गांधी को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भी भेज दिया। राहुल गांधी ने देश के १४० करोड़ लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है। वे मोदी से सीधे सवाल पूछने से नहीं डरते लेकिन ५६ इंच का सीना और ३०३ सांसदों का भारी बहुमत होने के बावजूद मोदी सरकार संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा जांच किए जाने से क्यों डर रही है?

नीरव मोदी, ललित मोदी ‘पिछड़े नहीं, बल्कि मोदी के बिछड़े हुए भाई’
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी का यह आरोप झूठा और हास्यास्पद है, जिसमें उनका कहना है कि राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि नीरव मोदी, ललित मोदी ‘पिछड़े नहीं, बल्कि मोदीजी के बिछड़े हुए भाई’ हैं। खेड़ा ने तंज कसते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी अपने दोस्त गौतम अडानी के लिए रोजाना १८-१८ घंटे काम करते हैं।

महाविकास आघाड़ी में नहीं है फूट
पवन खेड़ा ने कहा कि सावरकर मुद्दे पर महाविकास आघाड़ी में फूट के आरोप में कोई सच्चाई नहीं है। हमारी आघाड़ी पूरी तरह से मजबूत है। हर पार्टी के अपने-अपने विचार होते हैं। हमारे गठबंधन में हर कोई अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है। लोकतंत्र में संवाद महत्वपूर्ण है और यह आज भी महाविकास आघाड़ी में कायम है। खेड़ा ने कहा कि देश के ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा द्वारा सावरकर के मुद्दे को तूल दिया जा रहा है। क्या भारतीय जनता पार्टी स्वीकार करती है कि सावरकर ने छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के बारे में क्या लिखा है? बीजेपी को इसका जवाब देना चाहिए।

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