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खारलैंड की २५६ एकड़ जमीन देने के फैसले पर आदित्य ठाकरे का फूटा गुस्सा … धारावी पुनर्विकास से किसको होगा लाभ?

सामना संवाददाता / मुंबई
धारावी पुनर्विकास के नाम पर कीमती जमीन को अडानी के गले में डालने की यह भाजपा की चाल है, जिसके खिलाफ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रआवाज उठा रही है। अब शिवसेना नेता, युवासेनाप्रमुख विधायक आदित्य ठाकरे ने भी मुंबई की इस साजिश के साथ-साथ खारलैंड भूमि को लेकर भाजपा और घाती सरकार पर हमला बोला है। केंद्र की मोदी सरकार ने चहेते उद्योगपति को खारलैंड की २५६ एकड़ जमीन देने का पैâसला किया है। जिस पर आदित्य ठाकरे ने अपना गुस्सा जाहिर किया है।
इस बारे में आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि मुंबई के पूर्वी उपनगरों में बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पंपिंग स्टेशन के लिए कांजुरमार्ग की जगह मनपा को १० साल के लिए दी जानी थी। साथ ही, केंद्र सरकार ने प्रस्तावित कांजुरमार्ग मेट्रो डिपो के खिलाफ एक अनावश्यक मामला (झूठा दावा करते हुए कि यह खारलैंड की भूमि थी) भी दर्ज किया था, लेकिन बाद में जब मेट्रो कार डिपो को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया तो मुकदमा वापस ले लिया गया। ये दोनों परियोजनाएं महाराष्ट्र के लिए लाभकारी थीं। लेकिन महाराष्ट्र विरोधी बीजेपी ने ऐसा नहीं होने दिया, ऐसा जोरदार हमला कल आदित्य ठाकरे ने बोला।
खारलैंड क्षेत्र बिल्डर के लिए नो डेवलपमेंट जोन है, यह जानते हुए भी भाजपा ने इस क्षेत्र को अपने प्रिय बिल्डर, उद्योगपति के गले में डालने की साजिश रच रही है। इस पैâसले से मुंबई और मुंबईकरों को नुकसान होगा। इससे पता चलता है कि बीजेपी के मन में मुंबई के प्रति द्वेष और नफरत है। अगर मुलुंड, वडाला और कांजुरमार्ग में धारावी के ‘अयोग्य’ निवासियों की सोसायटी बनाई जा रही है तो वास्तव में धारावी का पुनर्विकास किसके लिए किया जा रहा है, ऐसा तीखा सवाल आदित्य ठाकरे ने उपस्थित किया।

आदित्य ठाकरे आज करेंगे मराठवाड़ा का दौरा
पिछले तीन-चार दिनों से हो रही भारी बारिश से मराठवाड़ा बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी बारिश से इस इलाके में खेती को भारी नुकसान हुआ है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, युवासेनाप्रमुख, विधायक आदित्य ठाकरे आज बुधवार को मराठवाड़ा के दौरे पर आ रहे हैं। इस बार वे भारी बारिश से हुए नुकसान का निरीक्षण करेंगे। वे मराठवाड़ा में भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए नांदेड़, कलणुमारी, परभणी, पठारी, बदनापुर गांवों का निरीक्षण करने जा रहे हैं। वहीं बारिश प्रभावित किसानों से भी मुलाकात करेंगे और उनसे बातचीत करेंगे।

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