सामना संवाददाता / नई दिल्ली
दुनिया में कोरोना महामारी के चार साल बाद एक बार फिर महामारी का खतरा मंडरा रहा है। डब्ल्यूएचओ ने अलर्ट जारी कर एक बार फिर खतरे के संकेत दिए हैं। कहा गया है कि पूरी दुनिया में एक बार फिर किसी भी समय महामारी पैâल सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ११ मार्च २०२० को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया था। इस महामारी को चार साल बीत चुके हैं, हालांकि, अब इसका प्रभाव कम हो गया है, लेकिन विशेषज्ञों की नई चेतावनी ने एक बार फिर दुनिया के सामने संकट खड़ा कर दिया है। स्काई न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के संक्रामक रोग विशेषज्ञों ने वायरस के जानवरों से मनुष्यों में पैâलने और दूसरी महामारी पैदा करने की आशंका जताई है। किंग्स कॉलेज लंदन के संक्रामक रोगों की क्लिनिकल लेक्चरर डॉ. नथाली मैकडरमॉट ने कहा कि अगली महामारी बहुत करीब है।
पूरी दुनिया के पर्यावरणविद, ग्लोबल वॉर्मिंग और पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ को लेकर परेशान और चिंतित हैं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि ग्लोबल वॉर्मिंग और वनों की कटाई से वायरस या बैक्टीरिया के जानवरों से मनुष्यों में आने का खतरा बढ़ रहा है। डॉ. मैकडरमॉट ने कहा कि अमेरिका और अप्रâीका के कुछ हिस्सों में पेड़ों की कटाई से जानवर और कीड़े-मकोड़े इंसानों के आवास के करीब आ रहे हैं। हम ऐसी स्थिति पैदा कर रहे हैं, जो पैâलने के लिए पर्याप्त है। इसके अलावा बढ़ते तापमान के साथ यूरोप के उन हिस्सों में मच्छर व अन्य कीट जनित वायरस जैसे डेंगू, चिकनगुनिया और क्रीमियन कांगो रक्तस्रावी बुखार (सीसीएचएफ) का प्रकोप बढ़ रहा है जो पहले अप्रभावित थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि अक्सर जीवनकाल में एक बार ही कोरोना जैसी महामारी आती है। लेकिन अब यह बदल रहा है। कोरोना से दुनिया भर में अनुमानित छह मिलियन से अधिक मौतें हुई थीं। लेकिन यह महामारी चार दशक में ही सामने आ गई थी।
भारी तबाही मचा सकती है महामारी
स्काई न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम के संक्रामक रोगों के स्पेशलिस्ट्स ने महामारी पैâलाने वाले एक वायरस के बारे में जानकारी होने पर चिंता जताई है। संक्रामक रोग विशेषज्ञों ने कहा कि वायरस जानवरों से मनुष्यों में तेजी से पैâलने में सक्षम है और यह दुनिया में हाहाकार मचा सकता है। किंग्स कॉलेज लंदन के संक्रामक रोगों की क्लिनिकल लेक्चरर डॉ. नथाली मैकडरमॉट ने कहा कि अगली महामारी बहुत करीब है। यह दो साल में भी आ सकती है या यह २० साल भी लगा सकती है। या इससे लंबी भी हो सकती है। लेकिन हमको अलर्ट रहना होगा। हमें सतर्क रहने, तैयार रहने और इसको रोकने के लिए हर स्तर पर काम करने की आवश्यकता है। यह भारी तबाही मचाएगी।