मुख्यपृष्ठनए समाचारकेवाईसी और नेटबैंकिंग के बाद लूट का नया पैंतरा पेंशन स्कैम!

केवाईसी और नेटबैंकिंग के बाद लूट का नया पैंतरा पेंशन स्कैम!

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में साइबर अपराध के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। कभी केवाईसी के नाम पर तो कभी नेटबैंकिग के नाम पर ठगों ने कितने लोगों को चूना लगाया है। अब साइबर ठगों ने लूट का नया पैंतरा अपनाते हुए पेंशन स्कैम को अंजाम दिया है। मुंबई में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां साइबर अपराधियों ने खुद को प्रॉविडेंट फंड का कर्मचारी बताकर बुजुर्ग महिला को पेंशन में बढ़ोतरी का झांसा देकर लाखों का चूना लगा दिया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पीएफ खाता नंबर बताकर फांसते हैं
पुलिस ने बताया कि उपनगरीय कॉलेज से वरिष्ठ क्लर्क के रूप में सेवानिवृत्त हुई ६४ वर्षीय महिला ने इसकी शिकायत की। पीड़ित महिला ने कहा कि एक दिन सुबह जब वो अपने घर पर थी तो उनके फोन पर संध्या रावत नाम की लड़की का कॉल आया। उसने दावा किया कि वह पीएफ ऑफिस की कर्मचारी है और शिकायतकर्ता का नाम, पैन और पीएफ खाता नंबर बता दिया। इससे महिला को उस पर आसानी से भरोसा हो गया। इसके बाद रावत ने उनसे कहा कि अगर वह निर्देशों का पालन करती हैं तो उनकी पेंशन बढ़ जाएगी। शिकायतकर्ता को कुछ पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीड़ित महिला को बताया गया कि सरकार एक छोटा प्रतिशत काट लेगी और उसे पेंशन के रूप में अधिक राशि का भुगतान करेगी। शिकायतकर्ता इस झांसे में आ गई और रावत के निर्देशों के अनुसार रोजाना नेटबैंकिंग के माध्यम से राशि हस्तांतरित करना शुरू कर दिया। रावत ने अपने ‘वरिष्ठ’ हरीश त्यागी नाम के आरोपी को भी अपने साथ जोड़ा, जिसने शिकायतकर्ता को भुगतान जारी रखने के लिए उकसाया।
५.५ लाख रुपए का लगा चूना
महिला ने सात दिनों तक इसी तरह बैंक से रुपए ट्रांसफर किए और ५.५ लाख रुपए खो दिए। उसके बाद महिला को आभास हुआ कि वो लोग उसके साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। उन्हें मालूम हुआ कि पेंशन के नाम पर एक रुपया भी अब तक नहीं मिला है। इसके बाद महिला ने पुलिस से संपर्क किया। उसने समता नगर पुलिस से इस मामले की शिकायत की। पुलिस ने आईपीसी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। साथ ही पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।

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