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सिद्धिविनायक के बाद अब मुंबादेवी में ड्रेस कोड!.. कमेटी कर रही गंभीरता से विचार

सामना संवाददाता / मुंबई

मुुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में ड्रेस कोड लागू होने के बाद प्रसिद्ध मंदिर मुंंबादेवी में भी ड्रेस कोर्ड लागू करने पर मंदिर कमेटी गंभीरता से विचार कर रही है। इस भावी योजना के तहत मंदिर में आने वाले भक्तों से निवेदन किया जा रहा है कि वो शालीन कपड़ों में ही मंदिर में दर्शन करने आएं। इन दिनों मंदिर में गुप्त नवरात्रि उत्सव चल रहा है। ऐसे में मुंबादेवी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर कमेटी के बाद अब मुंबादेवी मंदिर कमेटी भी इस दिशा में कदम बढ़ाने की योजना बना रहा है। यह मंदिर न केवल स्थानीय भक्तों बल्कि विदेशी पर्यटकों के बीच भी बहुत लोकप्रिय है, लेकिन अभी तक यहां कोई औपचारिक ड्रेस कोड लागू नहीं है। मंदिर के एक पदाधिकारी के मुताबिक, ड्रेस कोड के संदर्भ में मुंब्रा देवी ट्रस्ट जल्द ही एक बैठक आयोजित करेगा।
इस बैठक में श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों के लिए उचित ड्रेस कोड निर्धारित किया जाएगा। भक्तों से निवेदन किया गया है कि वे सनातन धर्म के अनुसार ही शालीन कपड़े पहनकर मंदिर में आएं। यह पहला मौका नहीं है, जब धार्मिक स्थलों पर इस तरह के नियम लागू किए जा रहे हैं। मुंबई के कई गिरजाघरों में पहले से ही ड्रेस कोड लागू है।
वहीं मुंबादेवी मंदिर के भक्तों ने ड्रेस कोड लागू करने की चर्चा का स्वागत किया है। भक्तों का कहना है कि मंदिर में कटे-फटे कपड़े पहनकर आना अनुचित है। २००५ में मुंबई के आर्कबिशप कार्डिनल इवान डायस ने चर्च में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया था, जिसमें उन्हें ‘संडे बेस्ट’ यानी सभ्य और पारंपरिक कपड़े पहनकर आने की सलाह दी गई थी। इसके अलावा देश के कई अन्य मंदिरों में भी ड्रेस कोड लागू है।

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