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मुख्तार अंसारी की मिट्टी में भीड़ को लेकर डीएम से भिड़ गया अफजाल अंसारी!

-धारा 144 की उड़ गईं धज्जियां!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

मुख्तार अंसारी को दफनाने के बाद मुख्तार के बड़े भाई, गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी और गाजीपुर की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के बीच जबरदस्त बहस हुई, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। हजारों लोगों के सामने मुख्तार अंसारी के सांसद भाई अफजाल और गाजीपुर डीएम के बीच हुई बहस के बाद क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं तैरने लगी हैं। बहस का वीडियो भी वायरल हुआ है।
वायरल वीडियो को देख कर अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बहस मुख्तार अंसारी की कब्र पर मिट्टी डालने को लेकर हुई है। दरअसल, जिले में धारा-144 लागू है, ऐसे में गाजीपुर डीएम का कहना था कि कब्र पर मिट्टी हर कोई नहीं डाल सकता। इस बात पर अफजाल अंसारी ने कहा कि कब्र पर मिट्टी डालने से कोई नहीं रोक सकता। वायरल वीडियो में डीएम गाजीपुर आर्यका अखौरी ने अफजाल अंसारी से कहा कि धारा-144 लागू है। ऐसे में ज्यादा भीड़ जमा नहीं कर सकते। इस बात पर अफजाल अंसारी ने कहा कि लोगों को कब्र पर मिट्टी डालने से नहीं रोका जा सकता। अफजाल अंसारी ने साफ कहा कि ये रीति-रिवाज है। ये करने से लोगों को नहीं रोका जा सकता। इस पर डीएम ने कहा कि आपने इसकी कोई इजाजत नहीं ली है। पूरा कस्बा मिट्टी नहीं देगा। परिवार और खास लोग ही कब्र पर मिट्टी दे सकते हैं। इस पर अफजाल अंसारी ने डीएम से कहा कि सिर्फ कस्बा ही नहीं, जहां का भी कोई शख्स मिट्टी देना चाहेगा, वह यहां आकर मिट्टी देगा। अफजाल अंसारी ने कहा कि धारा-144 लगने के बाद भी किसी को जनाजे और कब्र पर मिट्टी डालने से नहीं रोका जा सकता।
अफजाल अंसारी के ये कहने के बाद गाजीपुर डीएम आर्यका अखौरी ने कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वीडियोग्राफी हो रही है, आप सभी पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। इस पर अफजाल अंसारी ने डीएम से कहा कि आप एफआईआर दर्ज कर लीजिएगा, मगर मिट्टी देने से आप नहीं रोक सकतीं। इस संदर्भ में गाजीपुर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा कि जिन लोगों ने नारेबाजी की है, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन सभी लोगों की वीडियो बना ली गई है। जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज भी करवाया जाएगा। अफजाल अंसारी तकनीकी रूप से तो बहुजन समाज पार्टी का सांसद है, लेकिन इस बार वह पहले से ही समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है। माना जा रहा है कि हर चुनाव में मुख्तार अंसारी और चुनाव लड़ने वाले उसके परिजनों के लिए बूथ कैप्चरिंग करने वालों पर यह तकरार भारी पड़ सकता है, क्योंकि जब तक मुख्तार अंसारी जिंदा था मुसलमानों का बहुत बड़ा वर्ग गरीबों को डरा-धमका और लालच देकर कर बूथ पर वोट डलवा लेता था।

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