सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कई बार सार्वजनिक रूप से यह इच्छा जताई है कि वे मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। विधानसभा चुनाव के समय उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी खुले तौर पर यही कहते नजर आए कि अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। कई जगहों पर ऐसे बैनर भी लगाए गए थे। महाराष्ट्र दिन के उपलक्ष्य में आयोजित गौरवशाली महाराष्ट्र कार्यक्रम में भी उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद को लेकर खुलकर बात की, लेकिन जब उसको मीडिया ने उछाला तो यू-टर्न ले लिया। अब एक बार फिर उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हर राजनेता मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखता है। मैंने भी रखा तो कोई बुराई नहीं, फिलहाल भले न मुख्यमंत्री बन पा रहा हूं, लेकिन कभी न कभी तो समय आएगा, जब मैं सीएम बनूंगा।
वे पुणे के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वालों को सम्मानित किया गया। इस दौरान उनके मुख्यमंत्री वाले बयान को लेकर उन्हें पुन: बोलने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि मीडिया के लोग भी इतना तूल देते हैं कि जिसकी जरूरत नहीं।
बता दें कि मुंबई के कार्यक्रम में चार दिन पहले उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा था कि हम सबको ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र को महिला मुख्यमंत्री मिलनी चाहिए, लेकिन उसके लिए योग मतलब सही समय और परिस्थिति होना जरूरी है। मुझे भी कई बार लगता है कि मुझे मुख्यमंत्री बनना चाहिए था, लेकिन अब तक वह योग नहीं बन पाया है। उनके इस बयान पर सभागृह में ठहाके गूंज उठे। अजीत पवार ने इससे पहले भी मुख्यमंत्री पद को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बना कर सभी को चौंका दिया। उस समय उन्होंने कहा था अगर मुझे पता होता कि मुख्यमंत्री पद मिलने वाला है, तो मैं सभी विधायकों को लेकर उसी समय भाजपा के साथ चला जाता। इस बयान पर भी जोरदार हंसी का माहौल बना था।