-दादा गुट के नेताओं में फैली नाराजगी
सामना संवाददाता / मुंबई
अजीत पवार गुट द्वारा निकाली जा रही जन सम्मान यात्रा को भाजपा के कुछ नेताओं ने काले झंडे दिखाए। इसके बाद दादा गुट के नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की। साथ ही अमोल मिटकरी ने इस मामले में देवेंद्र फडणवीस से स्पष्टीकरण देने की मांग की है, जबकि सुनील तटकरे ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से पदाधिकारियों को चेतावनी देने की मांग की है। महाराष्ट्र के जुन्नर में कल अजीत पवार गुट की जन सम्मान यात्रा निकली थी। इस दौरान भाजपा की पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष आशा बुचके ने कार्यकर्ताओं के साथ अजीत पवार के खिलाफ नारेबाजी की और काले झंडे दिखाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अजीत पवार नेतृत्व की भूमिका नहीं निभाते हैं। सुनील तटकरे ने कहा कि मेरे जिले में कभी-कभी भाजपा की यात्रा निकलती है। उस समय हम विरोध नहीं करते हैं। ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को अपने कार्यकर्ताओं को चेतावनी देनी चाहिए। रुपाली चाकणकर ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा का यह आंदोलन ‘स्टंटबाजी’ है। उन्होंने कहा कि अजीत पवार के पास कोई आता है तो वे उन्हें जाति, धर्म इतना ही नहीं पार्टी भी नहीं पूछते हैं। दादा लोगों की मदद करते हैं।
महायुति को बचाना है या नहीं, यह तय करें फडणवीस
अमोल मिटकरी ने कहा कि यह अजीत पवार का अपमान है। उन्होंने सवाल किया कि अगर हमने किसी भाजपा नेता के खिलाफ आंदोलन किया होता, तो क्या उन्होंने इसे स्वीकार किया होता? उन्होंने देवेंद्र फडणवीस से पूछा कि क्या उन्हें महायुति को बचाना है या नहीं। इसके साथ ही उन्होंने इस आंदोलन पर स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने फडणवीस से इस मुद्दे पर खुलासा करने की भी मांग की।