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गजब! गुजरात में `रिश्वत की ईएमआई’… गुजरात के भ्रष्ट अधिकारी किश्तों में लेते हैं घूस!

-१० मामले आए सामने…भ्रष्टाचार में भी दिखी अफसरों की ‘दरियादिली’

सामना संवाददाता / अमदाबाद

भाजपा के विकास का रोल मॉडल रहा गुजरात से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां की भ्रष्ट अफसरों की ‘दरियादिली’ इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, यहां के अधिकारी किसी भी सरकारी काम को करने के लिए घूस लेते हैं, लेकिन यह घूस किश्तों यानी ईएमआई पर ली जा रही है, ताकि न तो देने वाले पर भार पड़े और न ही लेने वाले को कोई खतरा रहे। यानी एक तरह से कहा जाए तो भ्रष्ट अधिकारी रिश्वत लेने के लिए लोगों को ईएमआई की सुविधा दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस तरह के १० मामले गुजरात से आ चुके हैं।
खेत समतल करने के लिए किश्तों में रिश्वत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात के सूरत में एक ग्रामीण से उसके खेत को समतल करने के लिए ८५ हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। ग्रामीण की आर्थिक स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने उसके सामने रिश्वत की रकम को ईएमआई के रूप में चुकाने का विकल्प रखा गया, जिसमें पहले ३५ हजार रुपए की रकम और बाकी बची हुई रकम को तीन बराबर किश्तों में भुगतान करने की बात कही गई।
देने वाले पर न पड़े बोझ
बताया जाता है कि भ्रष्ट अधिकारियों ने किश्तों में रिश्वत लेने का तरीका इसलिए चुना, ताकि लोगों पर एक साथ ज्यादा बोझ न पड़े, जिनसे वो रिश्वत ले रहे हैं। हैरान करनेवाली बात यह है कि लोग भ्रष्ट अधिकारियों को ईएमआई यानी किश्तों में रिश्वत दे भी रहे हैं। दरअसल, इस साल भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा ऐसे दस मामले दर्ज किए गए हैं।
आरोपी पुलिसवाले हुए फरार
एक अन्य मामले का खुलासा होते ही दो पुलिसकर्मी साबरकांठा जिले के किसान से मांगे गए ४ लाख रुपए लेकर भाग खड़े हुए। दरअसल, यह राशि उनके द्वारा मांगे गए कुल १० लाख रुपए की पहली किश्त थी। वहीं एक अन्य मामले में साइबर क्राइम पुलिस अधिकारी ने मांगे गए १० लाख रुपए को चार किश्तों में बांट दिया।

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