सामना संवाददाता / ठाणे
महाराष्ट्र की आलोचना और मुंबई का वस्त्रहरण रोकने के लिए अब यह ‘वज्रमूठ’ और वज्रमूठी का ऐसा मुक्का मारिए कि भाजपा और गद्दार जमींदोज हुए बगैर न रहें, ऐसा आह्वान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल मुंबईकरों सहित राज्य की तमाम जनता से किया। अमित शाह, महानगरपालिका ही क्या, सभी चुनाव एक साथ कराओ फिर जमीन क्या होती है, वह महाराष्ट्र की जनता आपको दिखा देगी। ऐसा तीखा जवाब उद्धव ठाकरे ने दिया। महाविकास आघाड़ी की अतिविशाल वज्रमूठ सभा कल बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स के बीकेसी मैदान में संपन्न हुई। इस दौरान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा और गद्दारों की जमकर खबर ली। भाजपा का पाखंडी और गद्दारों के गद्दारी की पोल उन्होंने खोलकर रख दी। उस दौरान बीकेसी में एक ही जयकारा गूंजा… महाविकास आघाड़ी की विजय हो!
मुंबई को जो महाराष्ट्र से अलग करेगा हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे -उद्धव ठाकरे की कड़ी चेतावनी
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र दिवस एवं कामगार दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह राजधानी मराठी लोगों के बलिदान के बाद मिली है। इस लड़ाई में महिलाओं ने भी पराक्रम दिखाया है। कल रात हुतात्मा स्मारक पर नतमस्तक होने गए थे, लेकिन वहां कोई तैयारी नहीं थी। कोई भी सरकारी कर्मचारी वहां मौजूद नहीं था। सभी सजावट शिवसैनिकों ने की। गद्दारों से मैं कहना चाहता हूं कि भूमिपुत्रों ने यदि बलिदान नहीं दिया होता तो गद्दारी करके भी तुम्हारा मुख्यमंत्री बनना संभव नहीं था। मोरारजी जैसे नर राक्षस तब सत्ता में थे, मुंबई वैâसे मिली, आज यह भूले तो मुंबई से नाता टूट जाएगा।
आपके लोग बोलेंगे तो हमारे लोग चुप नहीं रहेंगे
उन्होंने कहा कि कल प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस ने उन्हें ९१ गालियां दीं, मैं उन गालियों को लेकर समर्थन नहीं करता, लेकिन मोदी जी जब आपके लोग यही काम करते हैं तब आप उनको क्यों नहीं रोकते हैं? आपके लोग मुझे, आदित्य और परिवार को लेकर क्या-क्या बोलते हैं तब आप बोलते क्यों नहीं? आप क्यों बर्दाश्त करते हैं? आप कहते हैं संजय राऊत बोलते हैं, जब आपके फालतू लोग ऐसी बात करेंगे तो हमारे लोग भी बोलेंगे। अब वङ्कामूठ है। जवाब तो देंगे ही। महाविकास आघाड़ी एक वङ्कामूठ है। उसका परिणाम है कि महाविकास आघाड़ी ने सभी चुनावों में उन्हें मात दी है।
बारसू के नाम पर बरसी
बारसू में रिफाइनरी परियोजना के खिलाफ चल रहे आंदोलन पर कहा कि बारसू के बारे में मैं ६ तारीख को वहां जाकर लोगों से बात करूंगा। वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर या बांग्लादेश नहीं है, बल्कि मेरे महाराष्ट्र की भूमि है। ये लोग कहते है कि मैंने जगह का सुझाव दिया है यह सही है लेकिन मेरे पत्र में मैंने ऐसा नहीं कहा है कि लोगों पर अत्याचार करो, मारो पीटो, बेघर कर दो? उनकी सम्मति से ही वहां परियोजना लगाने पर निर्णय होना चाहिए।
बीकेसी की जगह बुलेट ट्रेन के जेब में डाली गई
उन्होंने कहा कि जब ‘मविआ’ थी, तब मेरी आलोचना हुई थी कि मैं पवार साहब के दबाव में हूं। लेकिन परसों उदय सामंत ने पवार साहब से मुलाकात की थी। यदि आप करते हैं, तो सब चलता है? और हम करते हैं तो गलत है? उन्होंने कहा कि मविआ सरकार के जाने के बाद इस सरकार ने सबसे पहले बुलेट ट्रेन के लिए जगह दी। सोने जैसी बीकेसी की जगह बुलेट ट्रेन के लिए जेब में डाल दी। बुलेट ट्रेन से कितने लोग अमदाबाद जाएंगे? मैंने कभी विकास का विरोध नहीं किया। हमने कारशेड का विरोध नहीं किया। मैंने आरे कारशेड को पर्यावरण के लिए कांजुरमार्ग में ले जाने का प्रयास किया। लेकिन केंद्र सरकार ने कोर्ट में जाकर इस पर रोक लगा दी।
मुंबई को कमजोर बनाने की साजिश
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग मुंबई के सभी प्रमुख कार्यालय को मुंबई से बाहर ले जा रहे हैं। पूंजीवादी दृष्टिकोण से सभी महत्वपूर्ण विभागों को छीन रहे हैं और उसे गुजरात ले जा रहे हैं। जो भी मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करेगा, हम उसके टुकड़े-टुकड़े किए बिना नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे देश में सबसे अधिक राजस्व देने वाले शहर मुंबई को अलग करना चाहते हैं। अब उनकी नजर मुंबई मनपा के फिक्स डिपॉजिट पर है। आज बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। मुंबई लुट रही है और गद्दार देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि हमारी सरकार ने मविआ काल में मराठी भाषा अनिवार्य किया था लेकिन इस सरकार ने उसमें ढील दी। गद्दार सरकार के लोग बालासाहेब के विचार की बात करते हैं। कहां हैं बालासाहेब के विचार? हम ११ मांगों को लेकर मविआ सरकार में प्रधानमंत्री के पास गए थे, जिसमें हमने मांग की थी कि मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा दिया जाए।
… तब भाजपा कहां थी
उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा नेता चंद्रकांत पाटील ने कहा कि बाबरी मस्जिद गिरी तो सब भाग खड़े हुए। उस समय शिवसेना वहां नहीं थी।
ऐसा बयान देकर वे बालासाहेब के महत्व को भी कम करना चाहते हैं। वे कहते हैं कि शिवसेना नहीं थी, मैं पूछ रहा हूं, जब मुंबई में सड़कों पर कुत्ते भौंक रहे थे तब भाजपा कहां थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में चुनाव आ गया। भाजपा चुनाव के दौरान लोगों को गुमराह करने का काम करती है। एक किस्से का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता पाने के लिए किसी भी स्तर पर जाकर झूठ बोलते हैं। २०१४ में उन लोगों ने क्या कहा था? अच्छे दिन आएंगे? जब सत्ता मिल गई तो धार्मिक दंगे कराने लग गए। फिर आप और हम मुख्य बिंदुओं को भूल जाते हैं। झूठे वादे करना और सत्ता हासिल करना इनका मकसद है।
अडानी की कहानी पाठ्यक्रम में शामिल करो?
अडानी ग्रुप पर उठ रहे सवालों को लेकर कहा कि मैं कहता हूं कि अडानी की जांच मत करो, लेकिन उन्हें बड़ा आदमी बनाने के लिए क्या-क्या किया है, यह पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि बच्चों को भी पता चले कि ये वैâसे मेहनत करके आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि आज किसान बेहाल हैं। मैं कोकण में आम के नुकसान के लिए मुआवजे की मांग करता हूं, जैसा कि मविआ ने लोगों को नुकसान हर्जाना दिया था। वैसे ही किसानों को मदद जल्द दो। उन्होंने कहा कि हमने अपनी पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिसेलिनेशन परियोजना को शुरू करने का फैसला किया था लेकिन इस सरकार ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
चीन भूगोल बदल रहा है और हम इतिहास बदल रहे हैं
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले को लेकर सत्यपाल मलिक ने खुलासा किया है। उनकी बातों पर केंद्र सरकार जवाब क्यों नहीं देती? अब सब खुलकर सामने आ रहा है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया था लेकिन प्रधानमंत्री ने मलिक को चुप रहने को कहा था। पुलवामा में महाराष्ट्र के दो सपूत शहीद हो गए। चीन घुस रहा है और हम दुम दबाकर बैठे हैं। चीन अपना भूगोल बदल रहा है और हम इतिहास बदल रहे हैं। पहले इतिहास बनाओ तो सही। ईडी को चीन में भेजो, देखो लौटकर आते हैं क्या? उन्होंने कहा कि गरीबों के घरों में केंद्रीय जांच एजेंसी लगाई जा रही है।
भाजपा उस कुत्ते उठाने वाली गाड़ी की तरह
शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा जमकर किए जा रहे विज्ञापन पर उन्होंने कहा कि अगर ये लोग विज्ञापन करना चाहते हैं तो २०१४ के भाजपा के विज्ञापन को दोहराएं। शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब का नाम भाजपा द्वारा इस्तेमाल किए जाने को लेकर कहा कि तुम मेरा बाप चुराने निकले हो, खुद का कोई वजूद नहीं है इसलिए हमारे बाप को चुरा रहे हो? भाजपा का जनाधार मजबूत करनेवाले एकनाथ खडसे को पार्टी से निकाल दिया गया। जैसे कुत्ते की गाड़ी होती है, जहां भी कुत्ता देखती है उसे उठा लेती है। वैसे ही भाजपा की गाड़ी है जो भी भ्रष्ट व्यक्ति दिखे उसे गाड़ी में भर लेते हैं। बाद में पूछते हैं कि भाजपा में शामिल होंगे कि नहीं? ऐसी आज की भाजपा है। आपके लोग किस स्तर पर जाकर बात करते हैं, क्या आदर्श संस्था राम भाऊ म्हालगी प्रबोधिनी में आपको यही सिखाया जाता है।
उन्होंने कहा कि पवार साहेब और बालासाहेब के बीच आरोप-प्रत्यारोप होता था लेकिन कभी बदले की भावना नहीं थी। बालासाहेब ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी और गृहमंत्री मुंडे से कहा था कि वे विरोधियों पर अत्याचार न करें। पालघर में गरीब आदिवासियों को सरकार परेशान कर रही है। बारसू के लोग और पालघर के आदिवासियों का आपको श्राप लगेगा।
आप कहते हैं कि हमने हिंदुत्व छोड़ दिया। महाराष्ट्र की बदनामी हो रही है। शायद कल वे भी यहां गोमूत्र छिड़कने आएं। आपका हिंदुत्व गोमूत्र वाला हो, लेकिन मेरे पिता और दादा ने सिखाया है कि हमारा हिंदुत्व ही हमारी राष्ट्रीयता है। अजब है उनके सरकार में ही एक राज्य में गौमांस वाले का वध किया जाता है, जबकि अन्य राज्यों में गौमांस बिक रहा है। अगर मैं कांग्रेस-एनसीपी के साथ जाऊं तो हिंदुत्व छोड़ दूं और भागवत मस्जिद कैसे गए तो क्या? अब भगवा मविआ के साथ ऊंचाई पर फहराना है। मैं अमित शाह से कहता हूं कि आपको जमीन दिखाए बिना नहीं रहेंगे।