• ठगी से जुटा लिए रु. ५० करोड़
• रु. ४ करोड़ निकालकर रडार पर आई बीवी
सामना संवाददाता / चंडीगढ़
खालिस्तानी नेता और ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब पुलिस को लगभग ३६ दिनों तक छकाने के बाद मोगा जिले के रोडे गांव स्थित ‘गुरुद्वारा संत खालसा साहिब’ के सामने अमृतपाल की गिरफ्तारी देश और खासकर पंजाब के लिए बेहद राहत वाली बात है। क्योंकि अमृतपाल असल में बेहद जहरीला था। हिंदुस्थान के खिलाफ अलगाववादी ‘खालिस्तान’ आंदोलन को वह हवा देने का काम कर रहा था। पंजाब को हिंदुस्थान का हिस्सा नहीं माननेवाले अमृतपाल ने अपनी तस्वीरवाली मुद्रा और पासपोर्ट भी बना लिया था, ऐसा खुलासा मीडिया रिपोर्टों से हुआ है। खबरों के मुताबिक, अमृतपाल ने ठगी के जरिए पिछले पांच वर्षों में करीब ५० करोड़ रुपए जुटाए हैं। माना जा रहा है कि अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर द्वारा उक्त खाते से चार करोड़ रुपए का लेन-देन किए जाने के बाद पूरा मामला जांच के दायरे में आ गया है।
बता दें कि अमृतपाल सिंह १८ मार्च के बाद से फरारी काट रहा था और पंजाब पुलिस उसे पकड़ने की जद्दोजहद कर रही थी।
अमृतपाल ने खुद की करेंसी और पासपोर्ट भी बना लिए थे, जिसकी तस्वीरें उसके ब्लॉग में मौजूद हैं। इस बात का खुलासा एक प्रतिष्ठित न्यूज वेबसाइट ने किया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सरकार ने ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया भगोड़े कट्टरपंथी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के निजी सोशल मीडिया अकाउंट बैन कर दिए हैं। पर अभी भी ‘वारिस पंजाब दे’ की एक ब्लॉगिंग साइट इंटरनेट पर मौजूद है, जिसमें खालिस्तान के खतरनाक प्लान की झलक दिख रही है। उस वेबसाइट पर खालिस्तान के पासपोर्ट और करेंसी के डमी की तस्वीरें हैं। ब्लॉग के मास्टहेड पर खालिस्तान के पासपोर्ट की एक डमी पेस्ट की गई है, जिस पर लिखा है ‘ये दिन जल्द आएगा’।
अरेस्टेड लिखकर हुआ फरार
इसके अलावा यह भी तय कर लिया गया है कि खालिस्तान बनने के बाद इस देश की करेंसी कैसी होगी। करेंसी और सिक्कों के फोटो भी ब्लॉग की साइट पर डाले गए हैं। ब्लॉगिंग साइट पर अमृतपाल का एक फोटो भी है, जिसमें वह एक किताब पढ़ता दिखाई दे रहा है और कैप्शन लिखा है ‘यदि किसी के पास ज्ञान या समझ नहीं है तो वह व्यक्ति धर्मों के झूठे दर्शन की तरह धोखा खा जाएगा। साइट पर अमृतपाल के ३ दर्जन से ज्यादा फोटो कैप्शन के साथ हैं। एक जगह तो यह भी लिखा है कि सरकार को आग से नहीं खेलना चाहिए। ब्लॉग साइट को आखिरी बार २१ अप्रैल को अमृतपाल का फोटो डालकर अपडेट किया गया है। १८ मार्च को फरार होने से पहले का फोटो भी ब्लॉग पर मौजूद है, जिस पर वैâप्शन है ‘BHAI AMRITPAL SINGH JI KHALSA ARRESTED’। उस दिन के बाद से अमृतपाल फरार था।