- वीडियो को जारी कर दिया संदेश
- पंजाब सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने पंजाब पुलिस को खुली चुनौती देते हुए वीडियो के माध्यम से कहा है कि वो मजे में है और कोई भी उसका बाल भी बांका नहीं कर पाया है। गिरफ्तारी पर उसने कहा कि वो ऊपर वाले के हाथ में है। मेरे ऊपर सच्चे पातशाह की कृपा है। मैं काफी बड़े पुलिस के घेरे से निकल गया। अमृतपाल ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी की बात है वो सच्चे बादशाह के हाथ में है। मैं चढदी कलां (मजे में) हूं। सच्चे बादशाह ने मुश्किल वक्त में हमारी परीक्षा ली है, लेकिन ऊपर वाले ने मेरा बहुत साथ दिया है। ऐसा है कि मैं बयान नहीं कर सकता कि इतने बड़े पुलिस के घेरे से मैं निकल गया। ये सच्चे बादशाह की वजह से हुआ है। वीडियो में वो कहता है कि अमृत वक्त के दौरान सरबत खालसा सिख संगठनों का धार्मिक सम्मेलन बुलाया जाए। देश-विदेश में जहां भी सिख संगत बैठी है मैं उनसे अपील करता हूं कि वैशाखी पर होने वाले इस सरबत खालसा में वो सब लोग शामिल हों और वहां से कौम के मसलों की बात हो, क्योंकि लंबे वक्त से हमारी जो कौम है, वो हमारे मसलों पर छोटे-छोटे मोर्चे लगाकर उलझी रहती है। हमें चाहिए कि अपने मसलों का हल कराएं। हुकूमत ने हमारे साथ नाइंसाफी की है।
‘मेरी गिरफ्तारी वाहेगुरु के हाथ में’
गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह के बुधवार को सरेंडर करने की अटकलें हैं। इसके मद्देनजर पंजाब में जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट मोड पर है। वीडियो में अमृतपाल सिंह पंजाबी में बोल रहा है। उसने कहा कि जहां तक मेरी गिरफ्तारी की बात है तो वह वाहेगुरु के हाथ है। मेरा कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है। रिकॉर्डेड वीडियो में अमृतपाल सिंह ने भड़काऊ बातें कही हैं। अमृतपाल ने वीडियो में कहा कि मैं १८ मार्च के बाद पहली बार रू-ब-रू हो रहा हूं। मसला सिर्फ मेरी गिरफ्तारी का नहीं है। सरकार अगर गिरफ्तार करना चाहती है तो घर से गिरफ्तार कर सकती थी लेकिन सच्चे बादशाह ने मुश्किल से निकाला है। मैं बिल्कुल ठीक हूं और सरकार ने मजबूर लोगों को जेल में डाला है।
अमृतपाल ने सरेंडर की रखी शर्तें
‘वारिस पंजाब दे’ का चीफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पंजाब में ही छुपा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक वह अमृतसर में गोल्डन टेंपल स्थित श्री अकाल तख्त साहिब या बठिंडा के तलवंडी साहिब स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब में आकर सरेंडर कर सकता है। इसका इनपुट मिलते ही पुलिस ने दोनों जगहों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। दोनों शहरों में नाकाबंदी कर गाड़ियों की तलाशी ली जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल ने सरेंडर के लिए ३ शर्तें रखी हैं। पहली पुलिस कस्टडी में उसके साथ मारपीट न की जाए। दूसरी उसे सिर्फ पंजाब की जेल में ही रखा जाए। तीसरी उसके सरेंडर को गिरफ्तारी न बताया जाए। सूत्रों की मानें तो कुछ धार्मिक नेता उसके सरेंडर को लेकर मध्यस्थता कर रहे हैं। इस बीच १८ मार्च को फरार होने के बाद अमृतपाल सिंह का पहला वीडियो सामने आया है। वीडियो में वह देश-विदेश में बसे सिख समाज से बैसाखी पर सरबत खालसा (धर्मसभा) बुलाने की अपील करता दिख रहा है।
पत्नी ने किया अमृतपाल का साथ देने का वादा
मंगलवार को ही अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर का एक इंटरव्यू सामने आया। इसमें किरणदीप ने कहा कि वह अमृतपाल सिंह के धर्म के रास्ते पर चलने से प्रभावित हुई थी। विदेश में नौकरी छोड़ कर उसने अमृतपाल सिंह से विवाह किया। अमृतपाल जिस राह पर चल रहा है, वह उसका साथ हमेशा देती रहेगी। वारिस पंजाब दे के चीफ व भगौड़े खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर ने पहली बार पूरे मुद्दे पर चुप्पी तोड़ी है। किरणदीप कौर ब्रिटेन की नागरिक हैं। हालांकि वह मूल रुप से जालंधर के गांव कुलारा की रहने वाली है
अमृतपाल के फाइनेंसर का पाकिस्तानी लिंक
अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत कलसी का लिंक पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के बेटे के साथ सामने आया है। दरअसल, कलसी दुबई स्थित साद बाजवा की कंपनी से जुड़ा था। माना जा रहा है कि वह सिर्फ दो महीने के लिए दुबई गया था।कलसी के दुबई में रहने की व्यवस्था कथित रूप से खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर लंडा ने की थी। पुलिस को पहले ही सबूत मिल चुके हैं कि अमृतपाल और दलजीत कलसी दोनों ही पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस के संपर्क में थे।