मुख्यपृष्ठसमाचारउपेक्षा पर सरकार और समाज पर महिला चिकित्सकाें में 'गुस्सा'!

उपेक्षा पर सरकार और समाज पर महिला चिकित्सकाें में ‘गुस्सा’!

महिला चिकित्सकों के संगठन ‘फाग्सी’ ने मांगी कोलकाता रेप कांड के आरोपियों की सजा-ए-मौत

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
कोलकाता कांड की ‘निर्भया’ को न्याय दिलाने के लिए एकजुट सुल्तानपुर की महिला चिकित्सकों ने दोषियों के लिए सजा-ए-मौत मांगी है। उन्हें दोषियों के लिए इससे कम कोई सजा स्वीकार नहीं है। साथ ही प्रकरण को लेकर समाज और सरकार के रुख पर भी कड़ी नाराजगी जताते हुए उपेक्षा का आरोप लगाया है।

स्त्री रोग चिकित्सकों का संगठन है ‘फाग्सी’ यानी फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज ऑफ इंडिया। जिसकी स्थानीय शाखा के बैनर तले कोलकाता की दिवंगत ‘निर्भया’ चिकित्सक को लेकर जिले के गाइनी डॉक्टरों ने संगठन अध्यक्ष डॉ. रेखा सिंह व सचिव डॉ. स्वाती सिंह के संयोजन में आवाज बुलंद की। आरोप लगाया कि इस जघन्य वारदात को तीस दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक केंद्र हो या पश्चिम बंगाल सरकार! किसी ने भी प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं। वारदात के दोषियों को सजा दिलाने के लिए न ही डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। सिर्फ राजनीति हो रही है। फाग्सी अध्यक्ष डॉ. रेखा सिंह व सचिव स्वाती सिंह ने चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून की मांग की। साथ ही समाज से सहयोगात्मक रवैय्ये की मांग की। कहा कि, समाज महिला डॉक्टरों को अपने समाज का ही अंग समझकर व्यवहार करना होगा। बड़ी ही चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में महिला चिकित्सक अपने दायित्व का निर्वहन करते हैं। इसे प्रत्येक व्यक्ति को समझना होगा। इस अवसर पर डॉ एलिस श्रीसन, डॉ. अर्चना, डॉ. एंजेलिका रिबेलो, डॉ संगीता, डॉ मीनाक्षी तिवारी, डॉ. आभा सिंह आदि ने स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर विरोध जताया।

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