-पूरे देश के रेजिडेंट डॉक्टरों ने किया हड़ताल का एलान
-पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग, विरोध प्रदर्शन जारी
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
डॉक्टर्स एसोसिएशन’ ने सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर से इस हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया है। इस दौरान ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी और लैब में कामकाज बंद रखने की बात कही गई है।
कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप व बर्बर मर्डर के बाद पूरे देश के रेजिडेंट डॉक्टरों में गुस्सा फैल गया है। आरोपियों को कठोर सजा देने की मांग के साथ डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अब उन्होंने आज से अस्पताल में इलाज बंद करने का एलान किया है। इस हड़ताल का असर देश के करोड़ों नागरिकों पर पड़ेगा।
कोलकाता के ‘आरजी कर मेडिकल कॉलेज’ में घटित इस कांड के बाद पूरे देश के डॉक्टरों में आक्रोश फैल गया है। जूनियर डॉक्टर पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन ‘फेडरेशन ऑफ आल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ ने आज १२ अगस्त से पूरे देश में हड़ताल का एलान किया है। उन्होंने सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन से इस हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया है। इस दौरान ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी और लैब में कामकाज बंद रखने की बात कही गई है। आरडीए ने भी अपनी तरफ से डॉक्टरों को हड़ताल पर जाने का नोटिस दे दिया है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर भी पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अस्पताल में कामकाज बंद है। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अस्पताल में काम बंद रखेंगे। इस खौफनाक कांड के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर संजय वशिष्ठ को स्वास्थ्य विभाग ने हटाने का आदेश दिया है। वो लंबे समय से वहां के प्रभारी थे। उनकी जगह अस्पताल की डीन बुलबुल मुखोपाध्याय को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शुक्रवार को लेडी डॉक्टर का शव बरामद होने के बाद से ही सुपरिटेंडेंट को हटाने की मांग हो रही थी, लेकिन ४८ घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग ने उनको हटाने का आदेश जारी किया।
आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा ६४ (बलात्कार) और १०३ (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया है। एक ब्लूटूथ ईयरबड के जरिए पुलिस उस तक पहुंच पाई। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मौत की सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि पीड़िता का परिवार सीबीआई जांच की मांग करता है, तो वो उसका समर्थन करेंगी। उनको इससे कोई आपत्ति नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि उन्हें पश्चिम बंगाल सरकार पर भरोसा नहीं है, तो वे किसी भी जांच एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं, हमें कोई आपत्ति नहीं है। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने के निर्देश दिए गए हैं। लेडी डॉक्टर का शव शुक्रवार को उत्तरी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में मिला था। प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से संकेत मिला है कि लेडी डॉक्टर की बेरहमी से हत्या से पहले उसका रेप किया गया था। कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के अनुसार, परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और नाइट ड्यूटी के दौरान मौजूद डॉक्टरों की गवाही के आधार पर आरोपी पर बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया गया है।
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि पुलिस ने केवल एक आरोपी को पकड़ा है, जबकि इस जघन्य कांड में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। उनका दावा है कि आरोपी संजय रॉय की गिरफ्तारी के पीछे किसी बड़ी बात को जानबूझकर छिपाने की कोशिश की जा रही है। अभी तक घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी देखने नहीं दिया गया है।