मुख्यपृष्ठस्तंभउत्तर की उलटन-पलटन : न रुपया, न पैसा, न आभूषण ...नेताजी का...

उत्तर की उलटन-पलटन : न रुपया, न पैसा, न आभूषण …नेताजी का टिकट चोरी हो गया जी!

श्रीकिशोर शाही
आमतौर पर चोरों की नजर लोगों के रुपए पैसे और आभूषणों पर होती है, मगर यह चुनावी मौसम है, कब क्या चीज चोरी हो जाए कहा नहीं जा सकता। यह तो सभी जानते हैं कि लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद टिकटों का बंटवारा काफी हद तक हो चुका है। अब जिन्हें टिकट मिला है, वे बल्ले बल्ले होकर नामांकन की प्रक्रिया में जुट गए हैं और जिन्हें टिकट नहीं मिला है, वे मायूस होकर अपने दिल का दर्द बयां कर रहे हैं। ऐसा ही है जदयू विधायक गोपाल मंडल के दिल का हाल। उनका टिकट चोरी हो गया है। जी हां, सही सुना आपने। उनका लोकसभा का टिकट चोरी हो गया है। मजे की बात है कि टिकट कहीं और से नहीं, बल्कि उनके कुर्ते के पॉकेट से चोरी हुआ है। यह बात हम यहां मजाक में नहीं लिख रहे हैं, बल्कि गोपाल मंडल खुद अपने मुखारविंद से बयां कर रहे हैं। गोपाल मंडल का सपना था कि दिल्ली की सैर करते, नई संसद भवन में सरकार से कुछ सवाल-जवाब करते पर होनी को तो कुछ और ही मंजूर था।
गोपाल मंडल जदयू के तेज-तर्रार विधायक माने जाते हैं। तेज-तर्रार इसलिए क्योंकि वे खूब बोलते हैं। अब टिकट कटने के बाद भी वे बोल रहे हैं। वैसे कुछ समय पहले उनका एक कांड काफी सुर्खियों में रहा था। स्कूल बनाने के लिए उन्होंने कोई जमीन खरीदी थी और वहां कब्जा के लिए पहुंचे थे तो गांव वालों ने उनकी ऐसी- तैसी कर दी थी। बाद में विधायक जी गरम हो गए और बोले कि उनसे बड़ा कोई रंगबाज नहीं है। रिवाल्वर होता तो वह उन सबको ठोंक देते। अब जेडीयू ने ऐसे होनहार शख्स का टिकट काटकर अजय कुमार मंडल को दे दिया है। इस पर हाल ही में गोपाल मंडल ने अपने दिल का दर्द बयां करते हुए कहा कि ‘मैंने भागलपुर का टिकट अपनी जेब में रखा था। कोई मेरे कुर्ते के पॉकेट से टिकट ही चुरा ले गया। क्या करूं? खैर, अब मंत्री बनूंगा।’ गोपाल मंडल भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के विधायक हैं। पिछले कई महीने से भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे थे। यह तक कह चुके थे कि टिकट मुझे मिल चुका है। जेब में रखा हुआ है, लेकिन पिछले दिनों जेडीयू ने अपने खाते में आई सभी १६ लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी और इस लिस्ट के आने के बाद विधायक गोपाल मंडल को पता चला कि लिस्ट में तो उनका नाम ही नहीं है। जिस सीट से चुनाव लड़ने का दावा गोपाल मंडल कर रहे थे, उस सीट से जेडीयू ने अजय कुमार मंडल को लोकसभा का टिकट दिया है। अब मायूस गोपाल मंडल यह कहकर अपने दिल को तसल्ली दे रहे हैं कि नीतिश कुमार को लगा होगा कि गोपाल मंडल बोलने वाला नेता हैं। इसको टिकट दे देंगे तो मेरा एक विधायक कम हो जाएगा। नीतिश हमको अपने साथ रखना चाहते हैं। हो सकता है गोपाल मंडल सच बोल रहे हों। लोकसभा का टिकट कट गया तो क्या सपने भी कहीं टूटते हैं भला। सो गोपाल मंडल ने अब एक नया सपना देख लिया है। गोपाल मंडल को सपना आ रहा है कि नीतिश कुमार अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे और उन्हें मंत्री बनाएंगे। अब अगर चचा गालिब इस समय मौजूद होते तो यही कहते, `इस टूटे दिल का हाल मत पूछो गालिब, बस मंत्री बनने का सपना देखकर दिल बहलाए जा रहे हैं।’

अन्य समाचार