मुख्यपृष्ठस्तंभअंतर्वेग: मनचलों की मारी पुलिस का हथकंडा!

अंतर्वेग: मनचलों की मारी पुलिस का हथकंडा!

जितेंद्र मल्लाह

यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब हो रही है। यहां रोज ही किसी न किसी हिस्से से रेप, हत्या और छेड़छाड़ की खबरें सामने आती रहती हैं। दो रोज पहले इसी तरह की एक घटना यूपी के आंबडेकर नगर से सामने आई थी, जहां स्कूल से घर लौटने के दौरान एक छात्रा शोहदों की करतूत की शिकार बन गई थी। हुआ ऐसा था कि शुक्रवार को स्कूल से लौटते वक्त कुछ युवकों ने इंटरमीडिएट की छात्रा से छेड़खानी की थी और उसका दुपट्टा खींच लिया था। इससे छात्रा साइकिल से सड़क पर गिर गई और पीछे से आ रहे वाहन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद लोगों में जबरदस्त आक्रोश था। लोग पुलिस के अस्तित्व पर सवाल उठाने लगे थे। उक्त मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब खबर आई है कि उक्त घटना में आरोपी शोहदे एनकाउंटर में पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए हैं। पुलिस दावा कर रही है कि आरोपियों ने हिरासत से भागने की कोशिश की। इस दौरान आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की बंदूक छीनने की कोशिश की और फायरिंग भी की। इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई में उन्हें गोली मार दी। पुलिस एनकाउंटर में आरोपी शाहबाज और फैजल के पैर में गोली लगी है जबकि तीसरे आरोपी का भागते वक्त गिरने से पैर टूट गया है। लेकिन एनकाउंटर के लिए फिलहाल, कुख्यात हो चुकी यूपी पुलिस की इस कार्रवाई को लोग नाकामी छिपाने और वाहवाही लूटने का पुलिसिया हथकंडा बता रहे हैं। लोग दावा कर रहे है कि योगी सरकार अपराध और अपराधियों को नियंत्रित करने के लिए बुलडोजर और बुलेट यानी गोली का भरपूर प्रयास कर रही लेकिन अपराधियों के हौसले पस्त नहीं कर पा रही है।

दहेज का आदमखोर लालच!
वंश वृद्धि के लिए चिराग यानी पुत्र की चाह और उस पुत्र के लिए सुंदर पुत्रवधू की चाह सभी रखते हैं। लेकिन पुरुषों के अनुपात में महिलाओं की संख्या घट रही है, इसकी वजह है कन्या भ्रूण हत्या अर्थात कोख में ही बेटियों का कत्ल। देश में महिलाओं के साथ बढ़ती यौन हिंसा की घटनाएं खासकर ससुराल में दहेज के लिए होनेवाली प्रताड़ना के डर से ज्यादातर लोग नहीं चाहते कि उनके घर में बेटी जन्में। राजस्थान के अलवर जिले के नगला फरासिया सौंख गांव से शनिवार को सामने आए ऐसे ही एक मामले में दो सगी विवाहित बहनें ससुराल में एक साथ संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गईं। दोनों बहनों का १ दिसंबर २०२१ को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार, दो सगे भाइयों से विवाह हुआ था, लेकिन वर्ष २०२३ के जनवरी महीने में उनके ससुराल वालों ने दहेज की खातिर मारपीट करके उन्हें घर से निकाल दिया था। बीते ९ अगस्त २०२३ को परिजनों ने ससुराली जनों पर दबाव बनवाया और राजीनामा करके उन्हें (दोनों बहनों को) वापस (ससुराल) भेजा था। लेकिन १६ सितंबर को सुबह दोनों बहनों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की खबर सामने आई। जिले के कठूमर थाना इलाके में घटी उक्त घटना में मृत महिलाओं के पीहर पक्ष ने ससुराली जनों पर दहेज में चार पहिया गाड़ी व ११ लाख रुपयों के लिए बेटियों की हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि, इसे सुसाइड का मामला मान रही कठूमर थाना पुलिस का कहना है कि दोनों बहनों के एक साथ सुसाइड करने से जाहिर हो रहा है, वजह कोई बड़ी है।

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