मुख्यपृष्ठअपराधअंतर्वेग : राखी ने ली जान!

अंतर्वेग : राखी ने ली जान!

जितेंद्र मल्लाह
लंबी उम्र और समृद्धि की कामना के साथ कोई भी बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, लेकिन राजस्थान के बारां जिले में दूसरे धर्म की किशोरी को बहन मानना और उक्त मुंहबोली बहन से राखी बंधाना १६ वर्षीय किशोर के लिए काल बन गया। किशोरी का भाई गलतफहमी का शिकार हो गया। उसे लगा कि दूसरे मजहब के लड़के से बहन की घनिष्ठता बढ़ रही है और इस शक ने लड़की के भाई के मन में नफरत की आग भड़का दी, जिसका शिकार एक मासूम किशोर बेवजह बन गया। बताया गया कि हमलावरों में से एक की बहन के साथ प्रेम संबंध होने के संदेह की वजह से किशोर पर हमला किया गया था। अंता के थाना प्रभारी (एसएचओ) महेंद्र मारू ने बताया कि फरहान और साहिल नाम के युवकों ने गुरुवार को किशोर पर चाकू से उस समय हमला कर दिया, जब वह अपने घर के पास टहल रहा था। उन्होंने बताया कि किशोर को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए कोटा ले जाया गया। उसकी रविवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। किशोर और फरहान की बहन एक ही स्कूल में पढ़ते थे। लड़की ने रक्षाबंधन से एक दिन पहले उसे राखी बांधी थी, जिसके बाद किशोर ने उसे एक गिफ्ट दिया था, इससे फरहान को शक हुआ कि दोनों के बीच प्रेम संबंध है।

यूपी में सस्ती है
लड़कियों की जान!
यूपी में बेटियों की सुरक्षा गंभीर समस्या बन गई है, जिसका समाधान ढूंढ़ने में योगी सरकार और उनकी पुलिस नाकाम सिद्ध हुई है। बीते शुक्रवार को आंबेडकर नगर जिले में शोहदों के कारण एक छात्रा को अपनी जान गंवानी पड़ी थी, जिसके बाद हिरासत में होने के बाद भी आरोपियों से मुठभेड़ जैसी घटना को अंजाम देकर पुलिस ने चौंकाया था। इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनचलों को सख्त चेतावनी जारी की थी लेकिन इन तमाम कार्रवाइयों एवं चेतावनियों का कोई खास प्रभाव दिख नहीं रहा है। अमरोहा से सामने आया शोहदई का मामला इसका प्रमाण है, जिसमें छेड़छाड़ के डर से ३० छात्राओं के स्कूल छोड़ने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। अमरोहा के हसनपुर की इस घटना के बारे में पता चला है कि हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में दसवीं तक के निजी विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा आठ, नौ व दस की छात्राओं से पिछले पंद्रह दिनों से छेड़खानी हो रही थी। रजबपुर थाना क्षेत्र के १० युवकों पर छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाया था। छात्राओं ने इसकी शिकायत विद्यालय के प्रबंधक से की थी। इसके बाद आरोपियों ने छात्राओं को जान से मारने की धमकी दी थी। इससे डरी-सहमी करीब ३० छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया। पिछले तीन दिनों से छात्राएं स्कूल नहीं पहुंची। शुक्रवार शाम को ही पुलिस ने मामले में प्रबंधक की तहरीर पर शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। मामला मीडिया में आने के बाद हड़बड़ाकर जागे आला अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू करवाई। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने लापरवाही मानते हुए मनौटा चौकी इंचार्ज विनोद कुमार गोले को निलंबित कर दिया है।

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