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अतिक्रमण की जकड़ में एंटॉप हिल सड़क और फुटपाथ पर गैरेजवालों का कब्जा!

-मनपा व ट्रैफिक पुलिस नहीं दे रही ध्यान  

-स्थानीय नागरिकों ने जताया रोष

राजेश जायसवाल / मुंब

सायन-कोलीवाड़ा स्थित एंटॉप हिल अस्पताल से लेकर चर्च के नाके तक की फुटपाथ पर भंगार की दुकान और गैरेजवालों ने सड़क पर अवैध कब्जा जमा रखा है। इन गैरेज मालिकों के मैकेनिक आधे सड़क पर दोपहिया वाहनों की मरम्मत और सर्विसिंग करते हैं। इससे पैदल चलने वाले राहगीरों को बीच सड़क पर चलना पड़ रहा है, जिससे वाहनों की चपेट में आने से कई लोग बुरी तरह घायल हो जाते हैं। पूरे फुटपाथ और आधे सड़क पर अतिक्रमण रहने से वे सड़कों पर पैदल चलने के लिए विवश हैं और अनचाही दुर्घटनाओं का शिकार होते रहते हैं। अतिक्रमण का आलम यह है कि इस रोड पर एक बस या टैक्सी के निकलने की भी जगह नहीं बची है। नतीजतन, यहां हर समय जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। इस सड़क से सैकड़ों महिलाएं अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने और लाने जाती हैं। मुख्य सड़क की बाईं पटरी पर ऑटो पार्ट्स की दुकानें हैं। इन दुकानों के बाहर फुटपाथ पर पूरी तरह से कब्जा है। यहां सैकड़ों बाइकें हमेशा खड़ी रहती हैं। अतिक्रमण हटाने की बात करने पर मनपा व पुलिस विभाग के अफसर एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते रहते हैं।
अधिकारी नहीं करते कार्रवाई
महानगरपालिका एफ-उत्तर विभाग के अधिकारी तमाम शिकायतों के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं करते। मनपा यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेती है कि अवैध गैरेज वालों पर कार्रवाई करना यातायात विभाग का काम है और यातायात विभाग के अधिकारी वाई सिंह पाटील का कहना है कि बिना उनके सहयोग के हम अकेले कुछ नहीं कर सकते। उनके अनुसार, ट्रैफिक विभाग के पास टोइंग वाहन भी नहीं है जिससे वे स्थाई कार्रवाई कर सकें।
नहीं है हाईकोर्ट के आदेश की परवाह
बॉम्बे हाई कोर्ट ने हाल ही में फ़ुटपाथ और सड़क पर अवैध कब्जे की समस्या का खुद संज्ञान लेते हुए बीएमसी को कड़ी फटकार लगाई थी। हाई कोर्ट ने कहा कि जब प्रधानमंत्री और वीवीआईपी के लिए सड़कों को एक दिन के लिए खाली कराया जा सकता है तो ऐसा हर नागरिक के लिए रोजाना क्यों नहीं किया जा सकता? साफ सड़क और फुटपाथ पैदल चलने वालों के लिए प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है।

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