पुणे से २३ साल की अन्विता सबनीस ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के पन्नों में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। २४ घंटे में मोटरसाइकिल द्वारा तय की गई अधिकतम दूरी का रिकॉर्ड उनके नाम है। इस रिकॉर्ड के लिए उन्होंने होंडा सीबीआर ३००एफ मोटरसाइकिल पर १,७४४ किलोमीटर की दूरी तय की। अन्विता ने ६ मार्च, २०२३ को सुबह ६ बजे अपनी यात्रा शुरू कर अगले दिन सुबह ६ बजे अपनी यात्रा पूरी की। उनकी रिकॉर्ड यात्रा कोल्हापुर से शुरू होकर सलेम पहुंची, उसी रास्ते से लौटी और सतारा में यात्रा पूरी की। यात्रा पूरी करने पर १२ मार्च को होटल सतकार ग्रांडे, ठाणे में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जहां कश्मीरा शाह ने न्यायनिर्णायक के रूप में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का प्रतिनिधित्व किया। महाराष्ट्र सरकार का शिव छत्रपति खेल पुरस्कार हासिल करने वाले अक्षय देवलकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। बैडमिंटन के इस खेल में उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें २०१५- २०१६ में यह पुरस्कार मिला था। वह दो बार के राष्ट्रीय चैंपियन और एशियाई टीम के कांस्य पदक विजेता भी हैं। इस स्मारिका का अनावरण मुख्य अतिथि अक्षय देवलकर ने किया। बाद में लगभग १०० दर्शकों को स्मृति चिन्ह वितरित किया गया। अन्विता की आज शीर्ष तक की यात्रा को दर्शाने वाला ऑडियो/वीडियो क्लिप दिखाया गया। इस क्लिप के लिए फिल्म और रंगमंच की दुनिया के जाने-माने अभिनेता उदय सबनीस ने अपनी आवाज दी है। उन्हें ‘वॉइस ओवर के बादशाह’ के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने अन्विता को अपनी आवाज देकर एक तरह से आशीर्वाद दिया है। हिमालय में कई ट्रेक करने के अलावा अन्विता ने स्कूबा डाइविंग और स्कीइंग का औपचारिक प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। उन्होंने भारती विश्वविद्यालय, पुणे से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। मिस्टर अक्षय के साथ एक टॉक शो में उन्होंने इस रिकॉर्ड को स्थापित करने के दौरान आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बारे में बात की। दिनभर बदलते मौसम के बीच पूरी राइड के दौरान अन्विता ने ईंधन भरने के लिए केवल ७ स्टॉप लिए थे। अन्विता को इस यात्रा में कई अप्रत्याशित चुनौतियां भी आईं । बंगलुरु के पास अन्विता को लगभग ३ घंटे तक ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा, जिससे उनके रिकॉर्ड बनाने की संभावना कम हो गई। इस बैकलॉग को भरना अन्विता के लिए एक बड़ा टास्क था। फ्यूलिंग ब्रेक के अलावा, अन्विता ने अन्य सभी स्टॉप कम कर दिए हैं। अन्विता अपनी सफलता के लिए केंद्रित और प्रतिबद्ध रहीं और यहीं पर उन्होंने खुद को ‘समय के खिलाफ दौड़’ लगाई और रिकॉर्ड पूरा किया।