सामना संवाददाता / मुंबई
एक कहावत है, जहां हाथ लगाएंगे वह सोना हो जाएगा, लेकिन ७० सालों में नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनके हाथ लगाते ही सब कुछ मिट्टी हो जाता है। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर और संसद भवन को हाथ लगाया, तो वहां रिसाव होने लगा। शिवराय की प्रतिमा का अनावरण किया, वह भी धराशायी हो गई। जिस देश को हाथ लगाए, वह भी ध्वस्त हो गया। यह श्रद्धा हो या अंधश्रद्धा, लेकिन ये हमारे देश में हो रहा है। इस तरह का जोरदार हमला करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि राज्य में स्थित राजकोट किले में लाडले राजा शिवराय की प्रतिमा की अनदेखी करने वाले लाडली बहनों की बातें कर रहे हैं।
मुंबई में कल मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय राऊत ने कहा कि कोकण में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई। यह हमारे दिलों पर आघात है, जो कभी नहीं भरेगा। इस राज्य को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाता है। उनके नाम से ही राज्य चलाया जाता है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने जल्दबाजी में प्रतिमा का अनावरण कर दिया। फडणवीस, घाती और अजीत पवार सरकार को प्रतिमा का अनावरण नहीं करने के लिए कहा गया। प्रतिमा के निर्माण और शिल्पकला को लेकर कई इतिहासकारों ने आपत्तियां जताई थीं। खुद संभाजीराजे भोसले ने भी इसे सही नहीं बताया था। इसके बावजूद लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जल्दबाजी में अनावरण किया गया। महाराष्ट्र में शिवराय का ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ था। इन सबके लिए पीएम मोदी, देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे जिम्मेदार हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने यह काम किया और एकनाथ शिंदे के चहेते ठेकेदार को काम दे दिया गया। इसमें यह पता लगाना होगा कि उन्हें कितना कमीशन मिला। पता चला है कि सभी ठेकेदार और मूर्तिकार ठाणे के हैं। यह बहुत की गंभीर बात है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हम महाराष्ट्र में ऐसा कुछ देखेंगे। इतना होने के बाद भी यह सरकार हंस रही है। सरकार के चेहरे पर मुझे रंच मात्र भी शिकन नहीं दिखाई दे रही है। सरकार का कहना है कि समुद्र में जोरदार हवाएं चल रही थीं। ये किसे मूर्ख बना रहे हैं? इस तरह का सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि गद्दारों द्वारा बनाई गई प्रतिमा टूटी है, क्योंकि इसे अच्छे मन से नहीं बनाया गया था।
निकल गई है सत्ता की हवा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सत्ता की हवा निकल गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज विश्वपुरुष हैं और पीएम मोदी प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे। लोकसभा चुनाव से पहले आनन-फानन में प्रतिमा का अनावरण किया गया।
मुंबई-गोवा हाईवे में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जब मुंबई गोवा महामार्ग का निरीक्षण किया तो यह एक नाटक था। सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार इसी महामार्ग में हुआ है। इसके साथ ही ज्यादातर कमीशनखोरी का काम सीएम के लोगों ने ठेकेदारों से कराया है।
मुख्यमंत्री दें इस्तीफा
राजनीतिक उद्देश्य से यह प्रतिमा बनाई गई है। इसलिए सबसे पहले मैं मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करता हूं। वे महाराष्ट्र की भावनाओं से खेल रहे हैं। संजय राऊत ने कहा कि इसके अलावा सार्वजनिक निर्माणकार्य मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज तक को नहीं छोड़ा। उनके काम में भी लाखों, करोड़ का घोटाला किया। अपने लोगों को ठेका दिया। इस पर महाराष्ट्र शांत नहीं बैठेगा। महाविकास आघाडी भी इस बारे में गंभीरता से विचार करेगी।