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ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे का कार्य दूसरे दिन हुआ पूरा, मुस्लिम पक्ष भी हुए शामिल

उमेश गुप्ता / वाराणसी
हाईकोर्ट के निर्देश के आदेश के पश्चात शनिवार को दूसरे दिन ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे का कार्य पूरा हुआ। ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वेक्षण के दूसरे दिन मुस्लिम पक्ष के लोग भी शामिल हुए। इस पर मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज अहमद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम एएसआई सर्वेक्षण से संतुष्ट हैं। कल तक हम भाग नहीं ले रहे थे, लेकिन आज हम भाग ले रहे हैं और एएसआई टीम की सहायता कर रहे हैं।

शुक्रवार की तरह ही शनिवार को भी करीब ७ घंटे तक ज्ञानवापी का सर्वे चला। मैपिंग और इमेजिंग के बाद आज सर्वे में ज्ञानवापी परिसर में स्थित ३ तहखानों में से एक तहखाना खोला गया, जिसमें कई सारे साक्ष्य जैसे स्वास्तिक, त्रिशूल और टूटे हुए खम्भे मिले हैं।

सर्वे के लिए चार टीमें बनाई गई थीं। दो टीमों ने परिसर की पश्चिमी दीवार की जांच शुरू की। एक टीम को पूर्वी दीवार, दूसरी को उत्तरी दीवार व उससे जुड़े क्षेत्रों में जांच के लिए लगाया गया। टीम ने इन दीवारों के साथ ही इमारत की बाहरी दीवारों के आस-पास जीपीआर का उपयोग किया। प्रयास यह जानने का था कि बाहरी क्षेत्र में भी तहखाने हैं या ठोस जमीन है।

हाथ में लिए गए जीपीआर को जमीन पर इधर-उधर घुमाकर विशेषज्ञ मशीन से मिल रही जानकारी दर्ज कर रहे थे। शाम पांच बजे सर्वे रोक दिया गया। ३३ सदस्यीय टीम का नेतृत्व एएसआई के अतिरिक्त महानिदेशक एडीजी आलोक त्रिपाठी ने किया। टीम में नाप-जोख विशेषज्ञ व जीपीआर हैंडलर अधिक हैं। सर्वे के उपरांत हिंदू पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ज्ञानवापी में शनिवार को सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। दूसरे दिन का कार्य समाप्त होने पर ज्ञानवापी से एएसआई की टीम रवाना हुई। उन्होंने बताया कि सर्वे के दूसरे दिन एएसआई टीम ने ज्ञानवापी का ३डी इमेज तैयार किया। वहीं तहखाने की साफ -सफाई करवाकर वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी और मैपिंग का काम किया गया है।

अनुपम द्विवेदी ने बताया कि पूर्व की तरह ही व्यास जी के तहखाने में कई अवशेष देखने को मिले हैं। पहले हुए कोर्ट कमीशन के सर्वे में इन अवशेषों का रिपोर्ट तैयार किया गया, लेकिन उस समय किसी को भी इसे छूने की परमिशन नहीं थी। अब एएसआई के सर्वे में भी अवशेष मिल रहे हैं, उनकी बेहद ही बारीकी से टीम देख रही है और उसके बारे में जांच कर रही है। अधिवक्ता के अनुसार, एक या दो दिन में एएसआई टीम जीपीआर से जांच करेगी, तब ज्यादातर चींजे क्लियर हो जाएंगी।

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