मुख्यपृष्ठनए समाचारराज्य के सैकड़ों ब्लड बैंकों पर लग सकते हैं ताले!

राज्य के सैकड़ों ब्लड बैंकों पर लग सकते हैं ताले!

-अस्पताल परिसर के बाहर होने पर लाइसेंस होंगे रद्द

-केंद्रीय आरोग्य सेवा विभाग ने जारी किया निर्देश 

-खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने शुरू की जांच

-सामना संवाददाता / मुंबई 

मुंबई समेत देशभर के अस्पतालों द्वारा ब्लड बैंक चलाए जाते हैं, लेकिन ब्लड बैंक अस्पताल की इमारत  या परिसर में नहीं हैं। इसलिए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा विभाग ने ऐसे ब्लड बैंकों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। सभी राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासनों को निर्देश दिया गया है कि वे उसे ब्लड बैंकों के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदनों पर विचार न करें। राज्य समेत देशभर के कई सरकारी और निजी अस्पतालों में ब्लड बैंक संचालित हैं। इन ब्लड बैंकों की अनुमति के लिए आवेदन संबंधित अस्पताल के नाम पर किया जाता है। मरीजों को समय पर रक्त की आपूर्ति हो सके, इसलिए अस्पतालों में ब्लड बैंकों को मंजूरी दी जाती है।
गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं
यह देखा जा रहा है कि कई अस्पतालों के नाम पर स्वीकृत ब्लड बैंक संबंधित अस्पताल भवन या परिसर में नहीं हैं। इसलिए इन ब्लड बैंकों से गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इस मामले पर विचार करते हुए केंद्र सरकार ने उन ब्लड बैंकों का लाइसेंस रद्द करने का फैसला किया है, जो अस्पताल के नाम पर चलाए तो जा रहे हैं, लेकिन अस्पताल के परिसर में नहीं स्थित हैं। इसलिए ऐसे ब्लड बैंकों के लाइसेंस के नवीनीकरण को मंजूरी नहीं दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
नहीं किए जाएंगे लाइसेंस के नवीनीकरण 
गौरतलब है कि ब्लड बैंकों को हर पांच साल में अपने लाइसेंस का नवीनीकरण कराना होता है। लाइसेंस देने या नवीनीकरण के लिए, औषधि नियम, १९४५ के नियम १२२-जी के तहत राज्य औषधि विभाग और सीडीएससीओ को आवेदन किया जाता है। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार, जो ब्लड बैंक अस्पताल परिसर या अस्पताल में नहीं स्थित हैं, अगर उनके लाइसेंस नवीनीकरण के आवेदन आते हैं तो ऐसे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। ऐसे आवेदनों को निरस्त कर दिया जाना चाहिए। इसके निर्देश भी केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा विभाग ने प्रदेश के सभी खाद्य एवं औषधि प्रशासन को दिए हैं।
…तो होगी कार्रवाई 
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त डी.आर. गव्हाणे ने बताया कि हमने केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार सत्यापन शुरू कर दिया है। यदि ऐसा ब्लड बैंक पाया गया तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी, लेकिन महाराष्ट्र में अभी तक ऐसा कोई ब्लड बैंक नहीं मिला है, हमारी वेरिफिकेशन प्रक्रिया जारी है।

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