सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट कल केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया। इस बजट में मोदी सरकार ने युवाओं के रोजगार को लेकर खास घोषणा की है। हालांकि, सरकार के इस बजट से विपक्ष काफी नाराज दिखाई दे रहा है। इसी बीच आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने दावा किया कि इस बजट से दिल्ली के लोगों को कुछ भी नहीं मिला।
दिल्ली की वित्तमंत्री आतिशी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्ववाले केंद्र को करों के रूप में २.३२ लाख करोड़ रुपए का भुगतान करने के बावजूद केंद्रीय बजट के केंद्रीय करों में दिल्ली को उसके हिस्से के रूप में एक पैसा भी नहीं मिला है। आतिशी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए बजटीय आवंटन की मांग की थी, लेकिन उसे केंद्र से एक भी पैसा नहीं मिला है।
दिल्ली देश की वृद्धि का इंजन है। वह केंद्र को आयकर के रूप में दो लाख करोड़ रुपए से अधिक और केंद्रीय जीएसटी के रूप में २५,००० करोड़ रुपए का भुगतान करती है। केंद्र को २.३२ लाख करोड़ रुपए का कर देने के बावजूद दिल्ली महज २०,००० करोड़ रुपए मांग रही थी, जो कि केंद्रीय बजट का सिर्फ ०.४ प्रतिशत है। लेकिन केंद्र करों में अपने हिस्से के रूप में या एमसीडी को कोई पैसा नहीं दिया गया है। उन्होंने भाजपा को ‘केंद्र में उसकी सरकार द्वारा पेश किए पिछले ११ बजट में दिल्ली के लिए किया गया एक भी काम दिखाने’ की चुनौती दी।
-आतिशी, दिल्ली की वित्तमंत्री