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‘घाती’ शासन में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा …असुरक्षा, अराजकता और भ्रष्टाचार की कीमत पर बहनों को अनुदान मंजूर नहीं!

‘लाडली बहन योजना’ महिलाओं की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास भर है
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
‘घाती’ सरकार के राज में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। यहां तक कि अब मासूम नाबालिग बच्चियां भी सुरक्षित नहीं हैं। महाराष्ट्र में मौजूदा स्थिति ऐसी है कि महिलाओं पर बढ़ते अपराध, अत्याचार और दुष्कर्म की घटनाएं आए दिन सुर्खियों में बनी रहती हैं। इस वजह से महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। ऐसे में राज्य की महिलाओं में ‘घाती’ सरकार के प्रति गहरा आक्रोश है। अब उनका कहना है कि असुरक्षा, अराजकता और भ्रष्टाचार की कीमत पर बहनों को सरकार का अनुदान मंजूर नहीं है। ‘लाडली बहन योजना’ के तहत महायुति की सरकार महिलाओं की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है।

निरंकुश सरकार के खिलाफ
महिलाओं ने बुलंद की आवाज!

‘घाती’ सरकार ने राज्य में ऐसी कई योजनाओं की घोषणा की है, जिसका सीधा लाभ गरीब जनता को होना है। लेकिन राज्य सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण योजनाएं लोगों तक पहुंच ही नहीं पा रही हैं। अब बदलापुर में बच्चियों के दुष्कर्म की हुई घटना ने जनता को आक्रोशित कर दिया है। दूसरी तरफ अब जबकि विधानसभा चुनाव नजदीक आ गया है तो महाराष्ट्र की बहनों को रिझाने के लिए यह सरकार ‘लाडली बहन योजना’ चला रही है, पर महिलाएं अनुदान नहीं बल्कि सुरक्षा चाहती हैं। इसलिए महिलाएं अब जगह-जगह निरंकुश सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही हैं।
नालासोपारा निवासी श्रेया दुबे ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों के बढ़ने का कारण यह है कि अपराधियों को पता है कि वह उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते। ऐसे में प्रशासन को ऐसी हरकत करने वालों पर निगरानी रखनी चाहिए और इन सभी पहलुओं पर विचार करते हुए ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त-से-सख्त कदम उठाने चाहिए। ठाणे निवासी एड. शिक्षा यादव ने कहा कि आज महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। रोजाना अपराधों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। छेड़खानी की घटनाएं तो आम बात हो गई हैं। दूसरी तरफ दिल्ली रेप कांड के बाद सरकार ने लड़कियों के लिए एक हजार करोड़ का निर्भय फंड बनाया, लेकिन आज तक उस फंड से एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है।
ठाणे निवासी प्रीति दुबे ने कहा कि सरकार ने सिर्फ झूठी घोषणाओं और वादों से जनता को दिग्भ्रमित करने का काम किया है। प्रदेश में जिस तरह से घटनाएं हो रही हैं, उससे यह लगने लगा है कि महाराष्ट्र में महिलाएं किसी भी रूप में सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं से दर्जनों वादे कर सत्ता में आने वाली महायुति सरकार ने पिछले तीन वर्षों में सिर्फ लूट और भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखकर महाराष्ट्र का नाम पूरे देश में रोशन किया है। मुंबई निवासी गूंजा मिश्रा ने कहा कि चुनावी नैया को पार करने के लिए जनता खासकर महिलाओं की आंखों में धूल झोंकने के लिए लाडली बहन योजना के नाम पर उनके खातों में १,५०० रुपए प्रतिमाह देने का यह सरकार ढोंग कर रही है। दूसरी तरफ दुष्कर्म और हत्या के मामले में महायुति सरकार ने अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया है। आगामी विधानसभा चुनाव में बहनें निश्चित ही महायुति को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे

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