मनपा, पुलिस और प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों की टीम गठित
सामना संवाददाता / मुंबई
प्रतिबंधित प्लास्टिक बैग पर बैन अभियान आज 21 अगस्त से एकबार फिर से जोर-शोर में शुरू हो रहा है। मनपा की टीम अब छापेमारी शुरू करेगी। इसके लिए मनपा के प्रत्येक वार्ड में एक टीम बनाई गई है, जो प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग करने वालों के खिलाफ छापामारी करेगी। दुकानदारों, फेरीवालों और मॉल पर कड़ी नजर होगी। इस टीम में एक पुलिस अधिकारी, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी और मनपा के एक अधिकारी ऐसे कुल तीन अधिकारी शामिल रहेंगे।
मनपा के अनुसार, छापे के दौरान 50 माइक्रोन से कम मोटाई के बैग पाए जाने पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। मनपा उपायुक्त (विशेष) संजोग काबरे ने बताया कि दुकानदारों के अलावा ग्राहकों के पास भी ऐसा बैग पाए जाने पर कार्रवाई की जायेगी। मनपा प्रशासन ने कहा कि अब पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की मदद से कार्रवाई की जाएगी।
वर्ष 2005 में 26 जुलाई की बाढ़ के मद्देनजर मुंबई में साल 2018 में 50 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक बैग के उपयोग और उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसमें प्लास्टिक बैग को मुंबई बाढ़ के लिए जिम्मेदार माना गया था। प्लास्टिक प्रतिबंध कानून लागू होने के बाद से मनपा के दुकान एवं प्रतिष्ठान विभाग द्वारा नियमित कार्रवाई की जा रही है। लेकिन 2020 में कोरोना काल के दौरान प्रतिबंधित प्लास्टिक की कार्रवाई ठंडी पड़ गई थी। अब कोरोना का संकट खत्म होने के बाद 1 जुलाई 2022 से एक बार फिर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई मनपा के लाइसेंसिंग विभाग, बाजार और दुकान एवं स्थापना विभाग द्वारा की जा रही थी। लेकिन यह रफ्तार धीमी और कई अड़चनों के चलते यह अभियान सफल नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब एक बार फिर से मनपा ने टीम बनाकर अभियान को तेज करेगी।
मनपा के अनुसार, एक साल में 82 लाख का जुर्माना वसूल किया गया था। जब 1 जुलाई 2022 से दोबारा कामकाज शुरू किया तो अब तक 5,371 किलो प्लास्टिक जब्त किया है। 1,500 मामलों में यह कार्रवाई की गई है। और 82 लाख 50 हजार का जुर्माना भी वसूला गया है। मनपा प्रशासन ने बताया कि 39 मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।