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बागेश्वर वाले बाबा जी मोदी जी को समझाओ! …बांग्लादेश के बेबस हिंदुओं को सलाह देने पर पब्लिक की प्रतिक्रिया

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने बांग्लादेशी हिंदुओं को सावधान करते हुए आह्वान किया था कि सावधान हो जाओ! वर्ना तुम्हारे सभी मंदिर मस्जिद में तब्दील हो जाएंगे। इस पर आम जनता ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बाबाजी बांग्लादेश के हिंदू अत्याचार से पूरी तरह से असहाय हैं। इस स्थिति में वे वैâसे सड़क पर उतरकर आंदोलन या विरोध प्रदर्शन करेंगे। आम जनता कहना है कि बाबाजी यह सलाह बांग्लादेश के बेबस हिंदुओं को देने की बजाए प्रधानमंत्री मोदी को समझाओं कि वे बांग्लादेश में हिंदुओं पर होने वाले अत्याचार को रोकने के साथ-साथ जो मंदिर मस्जिद में तब्दील हो रहे है, उसे रोकें।
बता दें कि बांग्लादेश में कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले चिन्मय कृष्ण दास को ढाका पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच ने २५ नवंबर को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में हिंदुओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और कुछ अज्ञात लोगों ने उन पर हमला किया था। इसमें कई लोग घायल हो गए। इस पर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा था कि वहां के हिंदू अगर कायर होंगे तो वो चिन्मयदास को नहीं छुड़वा पाएंगे। उन्होंने कहा कि जैसे हम यहां पर पदयात्रा कर रहे हैं वैसे ही वहां के हिंदुओं तुम भी सड़कों पर उतर जाओ। एक आवाज में अपनी संस्कृति के रक्षक को बचा लो। उनको बाहर निकलवाओ, अगर तुम उन्हें बाहर नहीं निकलवा पाओगे तो एक-एक करके तुम्हारे मंदिर मस्जिद में तब्दील हो जाएंगे।
इस्कॉन ने भारत से हस्तक्षेप की मांग की
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस्कॉन मंदिर के अधिकारियों ने भारत सरकार से इस मामले में दखल देने का आग्रह किया है। चिन्मय कृष्ण दास के खिलाफ आरोपों को निराधार बताते हुए मंदिर के अधिकारियों ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर लिखा, ‘हमें परेशान करने वाली खबरें मिली हैं कि इस्कॉन बांग्लादेश के प्रमुख नेताओं में से एक चिन्मय कृष्ण दास को ढाका पुलिस ने हिरासत में लिया है। यह निराधार आरोप लगाना अपमानजनक है। इस्कॉन का दुनिया में कहीं भी आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है।’ मंदिर ने बांग्लादेश सरकार से अपने नेता को तुरंत रिहा करने की मांग की है।

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