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बब्बा बोलो ना…कृपाशंकर सिंह का बिगड़ा समीकरण

अरुण कुमार गुप्ता

पूर्वी उत्तर प्रदेश की जौनपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार कृपाशंकर सिंह जिस जातीय समीकरण को लेकर मुंबई छोड़ जौनपुर सांसद बनने का सपना पालकर पहुंचे थे, अब उसी समीकरण में उलझ गए हैं। बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को चुनावी मैदान में उतार कर बसपा ने कृपाशंकर सिंह का खेल खराब कर दिया है। जब सबको लग रहा था कि जौनपुर में भाजपा का सीधा मुकाबला एसपी उम्मीदवार से होगा तो अब धनंजय सिंह वैंâप ने एक बार फिर एंट्री मारी है। जौनपुर लोकसभा सीट पर तकरीबन ढाई लाख ब्राह्मण मतदाता हैं। क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या तकरीबन २ लाख है। लेकिन यहां पर बड़ी तादाद में मुस्लिम, यादव और अनुसूचित जाति के वोटर भी हैं, जिससे भाजपा को एसपी और बीएसपी से कड़ी टक्कर मिलती है। यहां पर कृपाशंकर सिंह को लेकर बाहरी होने की भी बात कही जा रही है। श्रीकला सिंह धनंजय सिंह की पत्नी होने के नाते अंतत: क्षत्रिय समाज के वोट में ही सेंधमारी करेंगी। ऐसे में कृपाशंकर सिंह की राह मुश्किल लग रही है।
मतदान की अहमियत
लोकतंत्र के पर्व में मतदान की अहमियत न समझने वालों को रामपुर के आगापुर गांव के पुष्पेंद्र सिंह यादव से सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने जता दिया कि मतदान कोई छुट्टी का दिन नहीं है, जिसे घूमने-फिरने में बर्बाद किया जाए। यह एक जिम्मेदारी है और इसमें भागीदारी सुनिश्चित करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस कर्तव्य को हम कोई वजह बताकर टाल नहीं सकते हैं, फिर चाहे वह हमारी शादी ही क्यों न हो। सिविल लाइंस क्षेत्र कोतवाली के आगापुर गांव निवासी पुष्पेंद्र की भी बदायूं के बिसौली तहसील के ग्राम मौकमपुर की शिवि से शादी हुई थी। उनकी शादी का समारोह चंदौसी के एक होटल में हुआ। शुक्रवार को विदाई हुई। दोपहर बाद पुष्पेंद्र बारात लेकर रामपुर पहुंचे। उन्हें पता था कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान है। उन्होंने घर जाने से पहले मतदान करने की इच्छा जताई, जिसका सम्मान करते हुए स्वजन ने गाड़ी पहले आगापुर के प्राथमिक विद्यालय पर रुकवा ली। यहां बने बूथ पर पुष्पेंद्र और उनके छोटे भाई उपेंद्र समेत अन्य स्वजन ने वोट डाला। इस दौरान नई-नवेली दुल्हन को घूंघट में देख लोग अचंभित हो गए। दूल्हा और दुल्हन को देखने के लिए भीड़ लग गई। स्नातक और बीएड पास पुष्पेंद्र का कहना था कि मतदान हमारा अधिकार है। हमारे एक वोट से हम सही सरकार चुन सकते हैं। उन्होंने लोगों से मतदान की अपील की।
भानु गुट का भाजपा को झटका!
भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट ने बीते साल किसानों के प्रदर्शन के खिलाफ जाकर भाजपा का समर्थन किया था, लेकिन अब वो खुलकर भाजपा के विरोध में आ गया है। भानु गुट ने भाजपा के खिलाफ जाकर वोटिंग का एलान किया है। इसके साथ ही सपा के प्रत्याशी विजेंदर सिंह का समर्थन करने की बात कही है। समाजवादी पार्टी के समर्थन का एलान अलीगढ़ में भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के द्वारा भाजपा को आईना दिखाने के लिए २०२४ के लोकसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर करने की तैयारी शुरू कर दी है। भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह का कहना है कि मौजूदा सरकार ने २०१४ से किसानों की मांग को पूरा नहीं किया, जिसके चलते उनके द्वारा अलग-अलग जगह पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के खिलाफ अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे गए हैं। इसके साथ ही अलीगढ़ में भानु गुट ने सपा प्रत्याशी और पूर्व सांसद विजेंदर सिंह को समर्थन देने का एलान किया है। हालांकि, आगरा सीट पर भानु गुट बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही का समर्थन कर रहा है। फिलहाल, भानु गुट का यह विरोध कितना सफल होता है, यह तो भविष्य बताएगा।

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