मुख्यपृष्ठस्तंभबब्बा बोलो ना... सपा-बसपा के दांव में उलझीं मेनका

बब्बा बोलो ना… सपा-बसपा के दांव में उलझीं मेनका

अरुण कुमार गुप्ता

यूपी की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार मेनका गांधी के सामने सपा निषाद और बसपा ने कुर्मी बिरादरी से उम्मीदवार उतारा है। ये दोनों ही जातियां इस सीट पर बीजेपी को वोट करती रही हैं। उत्तर प्रदेश की हॉट सीटों में से एक सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा उम्मीदवार मेनका के सामने विपक्षी `इंडिया’ गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद और बहुजन समाज पार्टी ने उदराज वर्मा को उतारा है। सपा के निषाद और बसपा के कुर्मी कार्ड ने भाजपा के लिए इस सीट पर चुनौती कड़ी कर दी है। मेनका गांधी बड़े कद की नेता हैं, लेकिन सपा-बसपा के गणित ने सुल्तानपुर की लड़ाई में उलझा दिया है। सपा ने इस सीट से भीम निषाद को टिकट दिया था। पार्टी ने भीम का टिकट काटकर रामभुआल निषाद पर दांव लगा दिया। रामभुआल की गिनती बड़े निषाद नेताओं में होती है। वे बसपा से दो बार विधायक और मायावती की सरकार में मंत्री रहे हैं। वहीं बसपा ने सवर्ण उम्मीदवार के ट्रेंड को दरकिनार कर कुर्मी बिरादरी से आने वाले जिला पंचायत सदस्य उदराज वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने पहली बार साइकिल दौड़ाने की उम्मीद से निषाद कार्ड खेला, वहीं बसपा के कुर्मी-दलित समीकरण ने चुनावी मुकाबले को कड़ा बना दिया है। ऐसी स्थिति में अब यही कहा जा रहा कि सुल्तानपुर की लड़ाई में मेनका गांधी पूरी तरह उलझ गई हैं।

मतदान की शपथ
गोंडा में आगामी २० मई को पांचवें चरण में मतदान होना है और जिले में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी लगातार मतदाताओं को जागरूक करने का काम कर रहे हैं, वहीं जिला प्रशासन की इस मुहिम में गोंडा जेल प्रशासन ने भी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अनूठी पहल की है, जिसमें बंदियों से मुलाकात करने आए उनके परिजनों को मुलाकात करने से पहले वोट डालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जेल में जाने से पहले जिला प्रशासन `मेरा गोंडा मेरी शान २० मई को करें मतदान’ के स्लोगन का मोहर लगाता है, फिर उसके बाद जेल के अंदर भेजा जाता है। गोंडा मंडलीय कारागार के जेल अधीक्षक स्वयं जेल के बाहर आकर मुलाकतियों से वोटिंग के लिए प्रेरित कर जागरूक कर रहे हैं। साथ ही मतदान करने की शपथ दिला रहे हैं। अब तक ४०० से अधिक बंदियों के परिजनों को मतदान के लिए जागरूक किया गया है।

बस्ती में भाजपा को झटका
बस्ती में लोकसभा चुनाव से पहले क्षत्रिय समाज ने भाजपा को बड़ा झटका दिया है। क्षत्रिय समाज के सैकड़ों लोगों ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है। सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। सदस्यता के दौरान विधायक महेंद्र नाथ यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है। वहीं क्षत्रिय समाज के लोगों के पार्टी में शामिल होने से चुनाव जीतने का दावा किया। उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई का डर लोगों के मन से निकल चुका है। लोगों ने भाजपा को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डर बौखलाहट में बदल गया है। आगामी चुनाव में ये सभी लोग हमारे लोकसभा प्रत्याशी को जिताने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग भारतीय जनता पार्टी के अन्याय, उत्पीड़न से परेशान थे, जिससे उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है। वहीं लोकसभा प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि २०१४ में ये लोग किसानों, नौजवानों, महिलाओं और पिछड़ों से वादा करके सत्ता में आए थे, लेकिन १० साल हो गया न किसानों की आमदनी दोगुनी हुई, न बेरोजगारों को नौकरी मिली और न ही भ्रष्टाचार कम हुआ। जिसको ये मोदी की गारंटी कह रहे हैं एक भी गारंटी जमीन पर उतरी ही नहीं है। आज का युवा आशाभरी निगाहों से अखिलेश यादव की तरफ देख रहा है। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्षत्रिय समाज की नाराजगी भाजपा के लिए कितनी भारी पड़ती है।

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